गोवंश की कब्रगाह बनी बसई की गोशाला पर आज चलेगा प्रशासन का बुलडोजर, गायों को दूसरी जगह भेजा
बैरसिया के बसई गांव की गोसेवा भारती गोशाला पर मंगलवार को प्रशासन का बुल्डोजर चलेगा। यहां सवा एकड़ जमीन से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसमें 21 हजार वर्गफीट क्षेत्र में बने कच्चे मकान भी शामिल हैं। इसके लिए गोशाला में मौजूद 250 गायों को अन्य गोशालाओं में शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं 35 गाय ऐसी हैं, जिन्हें गोशाला संचालिका रही निर्मला शांडिल्य ने निजी गाय बताया है। इन्हें छोड़ दिया गया है। इसके अलावा सोमवार को निर्मला देवी शांडिल्य के खिलाफ बांड ओवर की कार्रवाई भी की गई है। इसमें दोबारा इस तरह का कृत्य न करने के लिए उनसे शपथ पत्र लिया गया है।
उधर, गोशाला में बीते दिनों हुई गायों की मौत के मामले में भी बड़ा राजफाश हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गायों के पेट में दो से तीन किलो से ज्यादा पन्नी के गुच्छे निकले हैं। बताया जा रहा है कि इन गायों को चारा देने के बजाय खुले में छोड़ दिया गया था, जिससे वे पन्न्यिां खाती थीं। पेट में पन्नी होने के कारण वे कुछ खाकर पचा नहीं पाती थीं। इसके कारण दिनों-दिन और ज्यादा दुर्बल होती जा रही थीं। इसके अलावा बैरसिया एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ठंड ज्यादा पड़ने पर गायों को निमोनिया भी हो गया था। ऐसी स्थिति इसलिए बनी, क्योंकि गोशाला संचालिका ने इन्हें ठंड से बचाने के लिए कोई उचित इंतजाम गोशाला में नहीं किए थे, बल्कि उन्हें खुले में रखा गया था। इसके चलते एक साथ अधिक गायों की मौत हुई।
एसडीएम ने पूछा- प्रतिबंधित क्षेत्र क्यों बनाकर रखा गया था, हिसाब में भी मिली गड़बड़ी
सोमवार को गोशाला की तत्कालीन संचालिका निर्मला शांडिल्य को दस्तावेज लेकर एसडीएम बैरसिया कार्यालय में बुलाया गया था। यहां उनके बयान दर्ज किए गए। इस दौरान एसडीएम ने शांडिल्य से पूछा कि गोशाला तो सभी के आने-जाने के लिए होती है। आपने प्रतिबंधित क्षेत्र किसकी अनुमति से बना रखा था। इस बात का जवाब वे नहीं दे पाई। वहीं जब उनसे अब तक दिए गए अनुदान और उनके उपयोग की जानकारी ली गई तो उन्होंने जो हिसाब बताया, उसमें कई गड़बड़ी पाई गई हैं।
नौ फरवरी को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
पिछले सात दिन से चल रही जांच का सिलसिला अब अपने अंतिम दौर में है। एसडीएम आदित्य जैन ने बताया कि इस पूरे मामले में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट नौ फरवरी को कलेक्टर को सौंपी जाएगी। जिसमें क्षमता से अधिक गाय यहां पर रखने और लापरवाही बरतने के चलते कार्रवाई का जिक्र किया जाएगा। वहीं देखरेख में कुप्रबंधन होने की बात भी रिपोर्ट में दी जाएगी।
रिपोर्ट में गोशाला संचालिका के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। जल्द यह रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।