बाघ से सामना होने पर बाइक छोड़ पेड़ पर चढ़े पन्ना टाइगर रिजर्व के गश्ती दल के कर्मचारी
पन्ना टाइगर रिजर्व के गश्ती दल के कर्मचारी उस समय दहशत में आ गए जब एक बाघ अचानक बिल्कुल करीब आ गया। जिससे वह अपनी सुरक्षा की दृष्टि से आनन-फानन में बाइक में सवार यह वनकर्मी तुरंत ही बाइक वहीं छोड़कर पास ही स्थित एक ऊंचे पेड़ पर चढ़ गए और राहत की सांस ली। जिसके बाद वनराज रास्ते में ही बैठकर आराम फरमाने लगे, और रास्ते के दोनों ओर कई वाहन आ कर रुक गए। पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में स्थित झलारिया महादेव का स्थान है जहां गुफाओं के बीच में भगवान भोलेनाथ की दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन वर्ष में केवल एक बार होते हैं और इसीलिए यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
गस्त में लगे कर्मचारियों का अक्सर बाघों से होता रहता है सामना
मामले के संबंध में पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि गस्त में लगे हुए कर्मचारियों का अक्सर बाघों से सामना होता रहता है। पीटीआर के अंदर गस्त के कर्मचारी बाइक व पैदल भी भ्रमण करते रहते हैं और बाघों के अचानक सामने आ जाने से कर्मचारी जो उचित समझते हैं उस हिसाब से अपनी सुरक्षा कर लेते हैं। शर्मा ने बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र के अंदर गुफाओं में महादेव भगवान भोलेनाथ की एक प्राचीन प्रतिमा स्थित है जिसके दर्शन करने के लिए वर्ष में एक बार श्रद्धालुओं को जाने दिया जाता है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंच मार्ग में स्टाफ व सुरक्षा गार्ड लगाए गए थे जिसमें किसी भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुरक्षा ना हो। इसी क्रम में रास्ते में एक बाघ का लोकेशन मिल रहा था जो अचानक गश्ती दल के कर्मचारियों के सामने आ गया और गश्ती दल के कर्मचारियों ने पेड़ पर चढ़ गए।