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यूक्रेन में फंसी छात्रा की मां को ठगने वाले जालसाज के पास मिला पीएमओ का फर्जी आइडी कार्ड

 यूक्रेन के कीव शहर में फंसी विदिशा की छात्रा सृष्टि विल्सन की वापसी के लिए मां वैशाली विल्सन को पीएमओ का अफसर बनकर ठगने वाले जालसाज 35 वर्षीय प्रिंस गाबा को गिरफ्तार कर पुलिस शनिवार सुबह 9 बजे विदिशा ले आई है। पुलिस को उसके पास से प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ का फर्जी आइडी कार्ड भी मिला है।मालूम हो, बुधवार को सृष्टि की मां वैशाली को दिल्ली से एक फोन आया था, जिसमे फोन करने वाले ने अपना नाम प्रिंस बताते हुए खुद को पीएमओ का अफसर बताया था। उसने उनकी बेटी और उसकी एक दोस्त का एयर टिकट कराने के लिए वैशाली से 42 हजार रुपये की ठगी की थी। जिसकी रिपोर्ट वैशाली ने गुरुवार को कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज कराई थी।सायबर सेल ने जांच के बाद जालसाज की लोकेशन दिल्ली के आसपास बताई थी। इसी आधार पर गुरुवार की रात इंस्पेक्टर वीडी वीरा के नेतृत्व में पांच पुलिस अधिकारियों की टीम सड़क मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। पुलिस की इस टीम ने शुक्रवार दोपहर को जालसाज प्रिंस को गुरुग्राम स्थित किराये के घर से धरदबोचा। पुलिस की टीम आरोपित को लेकर शुक्रवार रात को दिल्ली से रवाना हुई। यह टीम प्रिंस को लेकर सुबह 9 बजे विदिशा कोतवाली थाने पहुंची है। यहां पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे है। एसपी मोनिका शुक्ला भी कोतवाली थाने पहुंची हैं। हालांकि पुलिस के अधिकारी अभी इस गिरफ्तारी के बारे में मीडिया को जानकारी देने से बच रहे है लेकिन नवदुनिया ने इस टीम में शामिल कुछ लोगो से बात कर गिरफ्तारी को लेकर जानकारी हासिल की है। पता चला है कि आरोपित प्रिंस गाबा गुरुग्राम में अपनी बूढ़ी मां के साथ एक किराये के मकान में रहता है। उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह मूलतः हरियाणा के कैथल का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बीकॉम तक पढ़े प्रिंस का मुख्य काम लोगो को ठगना था। इसके पहले भी वह फरीदाबाद में ठगी कर चुका है। वहां के पुलिस थाने में प्रिंस के खिलाफ धोखधड़ी का प्रकरण दर्ज है।

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दूसरे मकान की छत से घुसकर पुलिस ने जालसाज को धरदबोचा

टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार दोपहर को उनकी टीम जब मोबाइल लोकेशन के आधार पर गुरुग्राम में आरोपित प्रिंस के घर पहुंची तो घर का दरवाजा बंद था। बार-बार दस्तक के बाद भी दरवाजा नही खोला गया। तब टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से पड़ोस के मकान की छत से होते हुए आरोपित के मकान में घुसी और छिपकर बैठे प्रिंस को अपनी पकड़ में ले लिया। प्रिंस पहले किसी भी ठगी से इंकार करता रहा, जब पुलिस ने सख्ती की तो उसने सच उगल दिया।

ठग को इस तरह मिली वैशाली की जानकारी

प्रिंस ने पुलिस को बताया कि उसे विदिशा की छात्रा सृष्टि के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी टीवी के जरिये मिली। इसके बाद उसे एक वेबसाइट पर सृष्टि की मां वैशाली के बारे में जानकारी मिली कि वह महंगी एयर टिकट होने के कारण बेटी को वापस नही ला पा रही है। इसी वेबसाइट में बताया गया था कि वैशाली विदिशा जिला अस्पताल में ब्लड बैंक में कार्यरत है। इसके बाद प्रिंस ने गूगल सर्च कर विदिशा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. संजय खरे का मोबाइल नम्बर हासिल किया। डॉ. खरे को फोन कर उनसे वैशाली का मोबाइल नम्बर लिया, फिर वैशाली को पीएमओ का अफसर बताकर काफी कम दाम में एयर टिकट दिलाने का झांसा देकर 42 हजार रुपये की ठगी की।

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