किसान आंदोलन में युवक और एसआई की मौत
पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों ही जगहों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव चल रहा है। पुलिस रबड़ बुलेट और आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों को रोक रही है।
इधर खनौरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई है। किसान पंजाब के बठिंडा का रहने वाला था। उसके अलावा 12 अन्य किसान भी घायल हैं, इनमें से दो की हालत गंभीर है। वहीं टोहाना बॉर्डर पर तैनात एसआई विजय कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जींद के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया- किसान आंदोलन के दौरान कुछ लोगों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची डाल दी। इसके बाद पुलिस पर हमला कर दिया। धुआं ज्यादा होने की वजह से काफी किसानों ने तलवार, भालों और गंडासों से पुलिस पर हमला किया। हमले में 12 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
शंभू बॉर्डर के पास किसानों पर रबर की गोली चलाए जाने के बाद हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले फेंके गए। इससे विस्फोट हुआ। दरअसल, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के किसानों को तितर-बितर करने के लिए और दिल्ली आने से रोकने के लिए बैरिकेड्स बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
KMM के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर को आंसू गैस का एक्सप्लोजर हुआ है, उन्हें प्रदर्शन स्थल से बाहर ले जाया गया है। आंदोलन के दूसरे बड़े नेता जगजीत डल्लेवाल को भी आंसू गैस की वजह से सांस लेने में प्रॉब्लम हुई है। उन्हें भी बाहर ले जाया गया है।
इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने फिर से किसानों को बातचीत का न्योता भेजा। शंभू बॉर्डर पर किसान मीटिंग में केंद्र के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। थोड़ी देर में किसान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैसले की जानकारी देंगे।
इससे पहले 4 बार बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसान आंदोलन का आज 9वां दिन है। इस दौरान अलग-अलग वजहों से तीन पुलिसकर्मियों समेत 6 की मौत हो चुकी है।