भोपाल के पास कोलार और कलियासोत डैम के 2-2 गेट खुल चुके हैं, जबकि कैचमेंट एरिया में 1 घंटा तेज बारिश होते ही भदभदा डैम के गेट भी खुल जाएंगे। बड़ा तालाब अब लेवल से सिर्फ 1.05 फीट खाली है। मंगलवार को बारिश नहीं होने से तालाब में पानी की आवक नहीं हुई। इस कारण गेट नहीं खोले जा सके।
भोपाल में अब तक 24.78 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 67% है। वहीं, जुलाई में बारिश का कोटा भी पूरा हो गया है। जुलाई में ही 15 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि कोटा 14.4 इंच का है। 10 में से छठें साल ऐसा हुआ, जब जुलाई का कोटा पूरा हुआ है।
हल्की बूंदाबांदी, इस कारण आमद नहीं
बड़ा तालाब में मंगलवार तक पानी का लेवल 1665.75 फीट तक पहुंच गया है, जबकि फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। इस हिसाब से 1.05 फीट पानी की और जरूरत है। भोपाल की तीन वाटर बॉडी यानी, बड़ा तालाब, भदभदा और कलियासोत डैम एक-दूसरे से जुड़े हैं। कोलांस नदी का पानी सबसे पहले बड़ा तालाब में पहुंचता है। जब तालाब फुल भर जाता है तो भदभदा डैम के गेट खोले जाते हैं। इसके बाद कलियासोत डैम के गेट भी खुल जाते हैं। मंगलवार को भोपाल में हल्की बूंदाबांदी ही हुई। इस कारण गेट नहीं खोले जा सके।

कोलार डैम के 2 गेट से तीन दिन से पानी छोड़ा जा रहा है।
कलियासोत डैम के 2 गेट खुल चुके
हालांकि, मंगलवार को करीब 3 घंटे के लिए कलियासोत डैम के 13 में से 2 गेट खोल दिए गए थे। टेस्टिंग के लिए गेट खोले गए। इस दौरान ड्रोन व्यू से कलियासोत डैम का नजारा ही देखते बना। हालांकि, गेट बंद होने के बाद नदी में मछली पकड़ने वालों की भीड़ लगी रही।