आयुष्मान हॉस्पिटल कुरावर का झोलाछाप, सही इंसान को भी कर देता है खराब
SPECIAL STORY
मध्य प्रदेश में मोहन सरकार ने झोलाछाप डॉक्टरों पर कमर तोड़ कार्रवाई करने आदेश दिया है। जिससे अब झोलाछाप डॉक्टरों की खैर नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों और सीएमएचओ को फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक ऐसा ही कुछ हाल कुरावर के आयुष्मान हॉस्पिटल का भी है। जहां बड़े और तजुर्बेकर डॉक्टर की आड़ में अनाड़ी और झोलाछाप डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे हैं। इलाज ही नहीं यह झोलाछाप मरीजों की सर्जरी भी करते हैं। इसके साथ ही यहां के कुछ झोलाछाप डॉक्टरों के संबंध चुट पुठिया नेताओं और पत्रकारों से भी हैं। जिससे बात कराकर यह मरीजों एवं उनके परिजनों पर धोस जमाते हैं।
मरीज को बलि का बकरा समझ कर इलाज करता है आयुष्मान हॉस्पिटल का झोलाछाप
आयुष्मान हॉस्पिटल का झोलाछाप डॉक्टर मरीजों पर जमकर प्रैक्टिस करता है। बीते दिनों श्योपुर जिले से मामला आया है. जहां गलत इलाज की वजह से एक मासूम की मौत हो गई। जहां घटना के बाद से झोलाछाप डॉक्टर फरार है। सूत्रों के मुताबिक ऐसा ही कुछ हाल कुरावर के आयुष्मान हॉस्पिटल के झोलाछाप डॉक्टर भी कर सकते हैं। एक तरफ बड़े डॉक्टर की आड़ लेकर चल रहे अस्पताल में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल मोटी रकम छाप कर झोलाछापों डॉक्टर का भरण पोषण कर रहा है।
कुरावर का आयुष्मान हॉस्पिटल बन चुका है झोलाछाप डॉक्टरों का ट्रेंनिंग हब
जानकारी के मुताबिक कुरावर के इस अस्पताल में अनाड़ी और झोलाछापों को मरीजों की जान लेने की ट्रेनिंग दी जाती है। लगता है कि यह झोलाछाप किसी मां से उसका बेटा किसी पत्नी से उसका पति और किसी बहन से अपना भाई की जान अपने बेवकूफी के इलाज से लेकर मानेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में इन झोलाछाप अस्पतालों और उनके डॉक्टरों की मनमानी के कारण कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं। इसके बाद भी यह झोलाछाप अपनी ऊंट पटांग हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
आयुष्मान योजना के नाम पर करते हैं फर्जीवाड़ा
सूत्रों के मुताबिक आयुष्मान हॉस्पिटल में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया जाता है। इसके साथ ही जानकारी मांगने पर झोलाछाप अस्पताल के कर्मचारियों का पसीना छूट जाता है। प्रशासन को कुरावर के आयुष्मान हॉस्पिटल के विरुद्ध जांच कर सख्त कार्रवाई करना चाहिए। जहां झोलाछाप डॉक्टर खुद का प्राइवेट हॉस्पिटल बनाकर जनता का खून पी रहे हैं। और उनकी जान को जोखिम में डाल रहे हैं। वही एक असली डॉक्टर अस्पतालों में नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे।
इसलिए सरकार हुई सख्त
गौरतलब है कि, प्रदेश के अधिकतर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं। ये फर्जी डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हैं। इसके कई मामले लगातार सामने आते रहे हैं। इन्हीं कारणों को मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। लेकिन अब देखना होगा कुरावर के आयुष्मान हॉस्पिटल पर कब सरकार का बुलडोजर चलता है। और कब यहां के फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों पर प्रशासन नकल कसता है ?