गो-मूत्र पिलाकर ही गरबा पंडाल में लोगों की एंट्री हो
इंदौर में भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने गरबा के आयोजकों से कहा है कि गरबा पंडाल में आने वाले हर व्यक्ति को गो मूत्र पिलाया जाए। उसके बाद ही एंट्री दी जाए। उन्होंने ये भी कहा कि नवरात्र में गरबा में आने वालों को अपने सिर पर तिलक भी लगाना चाहिए।
कांग्रेस ने भाजपा जिला अध्यक्ष के इस बयान को बचकाना बताया है। कांग्रेस ने कहा कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के मकसद से इस तरह के बयान दिए जाते हैं।
सभी को प्रसाद के रूप में गो मूत्र दिया जाए
भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा- ‘गरबा माता की आराधना का पर्व है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें शामिल होना चाहिए। माता की आराधना हमारी बहन और बेटियां करती हैं। समय-समय पर ऐसी चर्चा आती रहती हैं कि कुछ लोग ऐसे शामिल हो जाते हैं, जिन्हें लेकर चर्चा हो जाती है। इसलिए मेरा तो ऐसा मानना है और मैं सबसे अपील भी करना चाहूंगा कि हम पंडालों में प्रसाद वितरण करते हैं, तो गो माता जो हमारी माता है, गो मूत्र हम पीते है, उसे प्रसाद स्वरूप सभी को देना चाहिए।
हिन्दू होने का सर्टिफिकेट देने का अधिकार किसी को नहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संतोष गौतम ने कहा कि बीजेपी जिला अध्यक्ष का बया बचकाना है, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से ऐसे बयान दिए जाते हैं। बीजेपी से कानून व्यवस्था संभल नहीं रही हैं, इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम फेल हो रहा है। बौखलाए बीजेपी के नेता अपने बचाव में इस तरह की बातें करते हैं। हिन्दू होने का सर्टिफिकेट देने का इस तरह से किसी बीजेपी जिला अध्यक्ष को अधिकार नहीं है।
गरबा में स्लीव लैस, बैकलैस, जींस, टी-शर्ट पहना तो नो एंट्री
भोपाल में गुजराती महिला मंडल ने गरबा के लिए ड्रेस कोड तय किया है। जिसके मुताबिक गरबा में स्लीव लैस, बैकलैस, जींस, टी-शर्ट पहनने की परमिशन नहीं है। समाज की ओर से कहा गया कि गुजराती समाज पिछले 65 वर्षों से गरबा महोत्सव मनाता आ रहा है। इस दौरान माताजी की आरती और गरबे के पारंपरिक गीत ही बजाए जाते हैं, किसी भी तरह की फिल्मी धुन, गाने, वेस्टर्न म्यूजिक का इस्तेमाल यहां नहीं किया जाता है। साथ ही गरबा प्रांगण में आने वाले किसी भी व्यक्ति को गुटखा, तंबाकू, सिगरेट पीने की अनुमति नहीं है।
विदिशा में गरबे में नहीं बजेंगे फूहड़ गीत, महिलाएं करेंगी निगरानी विदिशा में नवरात्र पर्व की तैयारियों को लेकर सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति की बैठक हुई। जिसमें तय किया गया कि गरबा महोत्सव में फूहड़ गीत का उपयोग नहीं किया जाए। सनातन संस्कृति अनुसार परिधानों को पहनने वालों को ही प्रवेश दिया जाए। साथ ही वेस्टर्न कल्चर पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया।
गरबा महोत्सव में आने वाले सभी लोगों को तिलक लगाकर ही प्रवेश दिया जाए। महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को देखते हुए रात्रि में समय का ध्यान रखा जाए और नहीं मानने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रतिबंध भी लगाने के लिए प्रशासन से अनुरोध करेंगे।
समिति ने निर्णय लिया है कि संदिग्ध व्यक्तियों के परिचय पत्र भी चेक किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गरबा उत्सव को लेकर धर्म के प्रति जो दुष्प्रचार होता है, उसे रोकने की जिम्मेदारी सभी की है। गरबा उत्सव के दौरान पाश्चात्य संस्कृति का कही भी प्रदर्शन ना हो और अश्लीलता नहीं दिखे। ऐसा प्रयास सभी करें।