मुरैना में जान जोखिम में डालकर यात्रा
इन दोनों मुरैना जिले की सड़कों पर बसों के ऊपर सवारियों को ढोया जा रहा है। बस संचालक उनकी जान की परवाह बिल्कुल नहीं कर रहे हैं। त्यौहार का सीजन नजदीक आते हैं यह स्थिति और विकराल हो जाती है।
बता दें कि, त्योहारों का सीजन नजदीक आता जा रहा है। सीजन की शुरुआत के साथ ही सवारियों की अधिकता बढ़ती जा रही है। हालत यह हो गई है कि बस संचालक ठूंस ठूंस कर सवारियों को भर रहे हैं। सबसे खास बात है कि बस संचालकों की इस मनमानी पर अंकुश लगाने में जिले का परिवहन विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। परिवहन विभाग के अधिकारी चेकिंग के नाम पर केवल खाना पूर्ति करते हैं। उनकी जानकारी में सभी बातें हैं लेकिन उनके द्वारा इन बस संचालकों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मुरैना से सबलगढ़ रुट पर सबसे अधिक लापरवाही
मुरैना से सबलगढ़ रूट पर जौरा कैलारस तथा सबलगढ़ की सवारियों की संख्या सबसे अधिक रहती है। इस रूट पर बसों की संख्या बहुत कम है। जिसके कारण बस संचालक बसों की छतों के ऊपर सवारियों को बैठालकर उनकी जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
हो चुका हादसा
मुरैना से सबलगढ़ रूट पर 1 महीने पहले एक हादसा हो चुका है। एक बस पर से एक यात्री छत पर से गिर गया था। गनीमत यह रही कि उसकेअधिक चोट नहीं लगी थी।
कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी
बसों के ऊपर सवारियों को नई बैठाना चाहिए। अगर बैठा रहे है तो हम उनके ऊपर कारवाई करेंगे।
संतोष भदौरिया, थाना प्रभारी, यातायात थाना, मुरैना
आरटीओ ने नहीं उठाया फोन
इस संबंध में जब जिला परिवहन अधिकारी अर्चना परिहार से उनके मोबाइल नंबर 9131531214 पर कई बार संपर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।