भोपाल के आरोपी ने डील के लिए अलग फ्लैट लिया
बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया की बंद फैक्ट्री में पकड़े गए 1814 करोड़ के मेफेड्रोन (एमडी) मामले की जांच अब नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) दिल्ली करेगा। एनसीबी सोमवार को मंदसौर निवासी आरोपी हरीश आंजना को दिल्ली ले गई। इससे पहले रविवार को नासिक निवासी सान्याल बाने, भोपाल निवासी अमित चतुर्वेदी को ले गई थी।
1. फ्लैट देने वाली मकान मालिक पर केस दर्ज अमित ने कटारा हिल्स में किराए पर फ्लैट लिया था। यहां सिर्फ सप्लायर से डील होती थी। पुलिस ने मालिक साध्वी श्रीवास्तव पर केस दर्ज किया है।
2. अमित का परिवार गायब, घर पर ताला… अमित का परिवार लापता है। जहां परिवार रहता था, उस फ्लैट पर ताला है। पत्नी निजी स्कूल में टीचर है। पत्नी व दोनों बच्चों के मोबाइल फोन बंद हैं।
3. भेल के रिटायर्ड मैनेजर को थी पूरी जानकारी भेल के रिटायर्ड मैनेजर एसके सिंह गिरफ्तार। उसने 60 हजार रु. महीने पर फैक्ट्री किराए पर दी थी। माना जा रहा है कि उसे यहां ड्रग्स बनने की जानकारी थी।
4. फैक्ट्री की जमीन की लीज निरस्त होगी फर्नीचर के नाम पर ड्रग्स फैक्ट्री चल रही थी। एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक विशाल सिंह चौहान के मुताबिक, अब इसकी लीज निरस्त होगी।
हर फैक्ट्री चेक करेगी भोपाल पुलिस… सोमवार को इस बारे में बैठक हुई। फैक्ट्रियों में कैमिकल की जानकारी जुटाएंगे।
जितनी जरूरत होती थी, अमित उतने ही मजदूर फैक्ट्री में लाता था
उन्हें बताते थे कि यहां दवाएं बनती हैं, फैक्ट्री के गेट बंद रखे जाते थे
रिटा.एसआई का बेटा है अमित, मेंटेनेंस के 60 हजार बकाया
मामले में गिरफ्तार द्वारकापुरी कॉलोनी निवासी अमित के दिवंगत पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। रविवार को उसकी फैक्ट्री में छापे की खबर मिली तो उसकी पत्नी घर में ताला लगाकर कहीं चली गई। पत्नी प्राइवेट स्कूल में टीचर है। रहवासियों ने बताया कि अमित का परिवार यहां 1990 से यहां पर रह रहा है। अमित नशे का आदी है। परिवार कई साल से कॉलोनी का मेंटेनेंस भी नहीं दे रहा है। उन पर करीब 60 हजार रुपए से बकाया है। सोमवार को कमला नगर पुलिस अमित के घर पहुंची, लेकिन वहां ताला लगा मिला।
लीज निरस्त करने का नोटिस-एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक विशाल सिंह चौहान के मुताबिक मैसर्स वास्तुकार फर्म के नाम से जयदीप सिंह के नाम पर औद्योगिक प्लॉट की लीज है। लीज निरस्त करने के लिए सोमवार को नोटिस भेज दिया है। इंड्रस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ बगरोदा के अध्यक्ष नवदीप व्यास ने बताया कि एसोसिएशन क्षेत्र की फैक्ट्रियों का वेरिफिकेशन करेगी।
तस्करी में पकड़ाया तो भाजपा ने पार्टी से निकाला, देवड़ा डिप्टी सीएम बने तो गुलदस्ता देने गया
मंदसौर का ड्रग सप्लायर हरीश आंजना यहां भाजयुमो का मंडल पदाधिकारी रहा था। साल 2019 से 2022 तक आंजना पर कुल 4 केस दर्ज हुए, जिसमें से 2 मादक पदार्थ की तस्करी के हैं। करीब ढाई साल पहले एनडीपीएस का दूसरा केस में पकड़ाने पर भाजपा ने उसे पार्टी से बाहर कर दिया, लेकिन 2023 विस चुनाव में हरीश ने में जगदीश देवड़ा के लिए प्रचार किया।
डिप्टी सीएम बने तो देवड़ा को गुलदस्ता देने भोपाल तक गया। साल 2018 से 2020 मार्च के पहले तक जब कमलनाथ सरकार थी तो वह कांग्रेस नेताओं के साथ हो लिया। सरकार कोई भी रही उसके काम करवा लेता था। सुवासरा में 2020 उपचुनाव व 2023 में कांग्रेस से विस चुनाव लड़े राकेश पाटीदार के सगे साले प्रेमसुख पाटीदार से उसका खासा संपर्क रहा।