गणतंत्र दिवस पर 15 हजार फीट ऊपर 280 फीट का तिरंगा फहराएगी शहडोल की शैलजा
जिले के छोटे से गांव कटकोनी की पर्वतारोही शैलजा तिवारी हाल में ही केदारकंठा ट्रेनिंग ट्रैकिंग कर वापस लौटी थी और अब मनाली की 15000 फीट में रोरंग लेक को फतह करने का मन बना लिया है। जिसमें कुछ कर गुजरने की चाह होती हैं, वहीं राह होती है की तर्ज पर शैलजा तिवारी ने रोरंग लेक को फतेह करने निकल पड़ी हैं। हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री हिमाचल में ट्रेकिंग एंड माउंटनरिंग को पाठ्यक्रम में सम्मलित करने का मन बना रहे हैं। इसलिए 26 जनवरी को रोरंग लेक की टीम को हरी झंडी दिखाएंगे। यह एक ऐसा माउंटनरिंग पीक होगा जो चारों ओर बर्फ से ढका है और यहां पर बर्फबारी भी हो रही है,यदि हम बात करें कि इस पीक पर तीन फीट से छह फीट तक कि बर्फ है जिसे पर कर यह नेशनल रिकार्ड बनेगा।
ऐसे बनेगा नेशनल रिकार्ड : शैलजा के टीम लीडर और इस पीक के मार्गदर्शक माउंटेनीयर रोहित झा ने बताया कि हमारी टीम 15000 फीट के इस फासले को मात्र सात घंटे में फतह करने का पूरा प्रयास करेगी। यदि हमारी टीम सफल हो जाती है तो यह भारत का पहला नेशनल रिकार्ड होगा कि मात्र सात घंटे 15000 फीट को विजयी किया। इसके पूर्व किसी भी पर्वतारोही ने इतनी तीव्र गति से 15000 फीट को विजयी नहीं किया गया है।
ऐसा होगा विश्व रिकार्ड : इस विश्व रिकार्ड में सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह कठिन और बर्फीला रास्ता है, इसलिए यहां कम लोग ही ट्रेकिंग करते हैं, यह पहला मौका होगा जब रोहित झा और शैलजा की टीम इतनी ऊंचाई 15000 फीट पर 280 फीट का किसी देश का राष्ट्रध्वज लहराएगा और यह सौभाग्य है कि जिले की बेटी शैलजा इस टीम में शामिल और इस विश्व रिकार्ड में शामिल होकर जिले के नाम रोशन करने जा रही है! शैलजा अपने पहले बेस कैंप मनाली पहुंच गई हैं।
शैलजा ने कहा- गर्व का है क्षण : शैलजा तिवारी पर्वतारोहण के लिए मनाली पहुंच गई हैं और नईदुनिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि 26 जनवरी की सुबह चार बजे चढ़ाई प्रारंभ करेंगे और 7 घंटे में अपने लक्ष्य पर पहुंचकर तिरंगा फहराएंगे। यह क्षण मेरे लिए गर्व का होगा।