बैरसिया के सुंदरपुरा गांव के पास जंगल में विदिशा के किसान 64 वर्षीय मोकेम सिंह यादव की गमछे से गला घोंटकर की गई हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया। किसान के मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने ही रुपए लूटने के लालच में बुजुर्ग की हत्या की थी। युवक ने तीन महीने तक किसान के साथ रहकर भरोसा जीता और फिर वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी को पता था कि किसान हमेशा अपनी जेब में 20-30 हजार रुपए नगद रखता है। इसलिए वह हर जगह उसके साथ जाता था। फिर वह बैरसिया चलने का झांसा देकर किसान को सुंदरपुरा गांव तक सुनसान स्थान पर ले गया और मौका मिलते ही हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने किसान की जेब से 33 हजार 400 रुपए निकाल लिए थे।
झाड़ियों में मिली थी किसान की लाश
पुलिस के मुताबिक 26 अगस्त को सूचना मिली कि सिरोंज-विदिशा रोड पर ग्राम सुंदरपुरा गांव के पास जंगल में सड़क किनारे मंशाराम के खेत के पास एक व्यक्ति की लाश झाड़ियों में पड़ी है। उसकी नाक व मुंह से खून बह रहा है और गले में गमछा कसा हुआ है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी वीरेन्द्र सेन बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
लाश के पास बिखरे आधार कार्ड व फोटो से मृतक की पहचान किसान मोकेम सिंह यादव (64) निवासी ग्राम पीपलधार जिला विदिशा के रूप में हुई। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का मौका-मुआयना करने के बाद बताया कि यह निर्मम तरीके से किए गए अंधेकत्ल का मामला है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई। लिहाजा पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।
तीन महीने से अधिक नजदीकी बढ़ा ली आरोपी ने
मृतक की पहचान होने के बाद पुलिस की टीम ग्राम पीपलधार जिला विदिशा पहुंची। पूछताछ में पता चला कि करीब तीन माह से मोकेम सिंह का गांव में रहने वाले दिनेश के साथ ज्यादा उठना-बैठना हो गया था। लिहाजा पुलिस ने दिनेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने मोकेम सिंह की हत्या करना कुबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी दिनेश अहिरवार (28) निवासी निवासी ग्राम पीपलधार जिला विदिशा, को विधि रूप से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 33 हजार 400 रुपए नगद बरामद कर लिए।
लूट के लिए रची थी पूरी साजिश
पुलिस ने बताया कि मोकेम सिंह यादव आर्थिक रूप से संपन्न किसान और गांव के प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। उन्हें घूमने-फिरने का शौक था। वह शराब नहीं पीते थे लेकिन खाने के शौकीन थे। कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने अपनी कीमती जमीन करीब एक करोड़ रुपए में बेची थी।
आरोपी दिनेश को इस बात की जानकारी थी। मोकेम सिंह के पास रखे पैसे लूटने के लालच में आरोपी ने हत्याकांड को अंजाम देने की योजना बनाई। घटना वाली रात मोकेम सिंह को बैरसिया में खाना खिलाने का झांसा देकर दिनेश अपनी मोटरसाइकिल से ग्राम सुंदरपुरा के पास सूनी जगह पर ले गया।
नहीं पता था दूसरी जेब में 21 हजार रुपए थे
वहां उसने बुजुर्ग के साथ जमकर मारपीट की और फिर गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी दिनेश ने मृतक की जेब से 33 हजार 400 रुपए नगद निकाल लिए और घटनास्थल से फरार हो गया, लेकिन आभास नहीं था कि मोकेम सिंह की दूसरी जेब में करीब 21 हजार रुपए रखे हैं।