Russia Ukraine Latest New : यूक्रेन के खारकीव शहर में बमबारी, मेट्रो स्टेशन में फंसी रायसेन की बेटी साक्षी, लगाई मदद की गुहार
मप्र रायसेन की बेटी साक्षी शर्मा गुरुवार सुबह 5 बजे से यूक्रेन के खार कीव शहर स्थित मेट्रो स्टेशन पर फंसी हुई। साक्षी के मुताबिक खार कीव शहर में सुबह से बमबारी हो रही है। जब बमबारी हुई तो हवाई अड्डा पर अफरा-तफरी का माहौत हो गया था। यह शहर लुहांस्क की सीमा से 26 किमी दूर है। लुहांस्क पर रूसी सेना के कथित कब्जा के बाद यूक्रनी सैनिक खार कीव शहर को बचाने के लिए डटे हुए हैं। यूक्रेन सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है कि कोई भी नागरिक अपने घरों से बाहर नहीं निकलें। साक्षी ने भारत सरकार, मप्र सरकार व जिला प्रशासन से अपील की है कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय लोगों को स्वदेश वापसी की व्यवस्था की जाए। रायसेन जिले के कस्बा उदयपुरा में वार्ड पांच निवासी किसान ब्रजकिशोर शर्मा की बेटी साक्षी खार कीवी मेडिकल कॉलेज में चतुर्थ वर्ष की छात्रा हैं। पिता ने नवदुनिया को बताया कि बेटी साक्षी से फोन पर संपर्क हुआ है। वह बहुत घबराई हुई है। पिता पिछले चार दिन से दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा में अपने बेटी के आने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज सुबह खार कीव हवाई अड्डा में जब साक्षी स्वदेश वापसी के लिए प्रयासरत थी तभी कुछ दूरी पर बमबारी से कई वाहनों में आग लग गई। इस कारण पूरा खार कीव शहर बंद कर दिया गया। भारत आने का प्रयास करने वाले विद्यार्थियों को मेट्रो स्टेशन पर रोका गया है। परिवहन के सभी साधन बंद हैं। साक्षी व भारत के कई विद्यार्थियों को स्वदेशी लाने के लिए भारत सरकार की अोर से 28 फरवरी को चार्टड हवाई जहाज बुक कर दिया गया था। लेकिन गुरुवार को सुबह से हुई बमबारी के कारण सभी हवाई उड़ानें और आवागमन बंद कर दिया गया है।
जिले के तीन व भारत के 170 विद्यार्थी अध्ययनरत
पिता ब्रजकिशोर शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी साक्षी के साथ मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत भारत के 170 विद्यार्थी भी यूक्रेन में अध्ययनरत हैं। इनमें रायसेन जिले के तीन और भी बच्चे शामिल हैं। रायसेन जिले के ही कस्बा बरेली निवासी मनीष पारीख की दो बेटियां शिवी व आंशी पारीख कीवी में एमबीबीएस तृतीय वर्ष में अध्ययनरत हैं। शिवी व आंशी ने अपने पिता को विडियो भेजकर भारत व मप्र सरकार से उन्हें स्वदेश वापस लाने की अपील की है। यह दोनों छात्रा किवी मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में सुरक्षित हैं।