भोपाल के अयोध्या नगर में रहने वाली एक महिला ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। मायके वालों का आरोप है कि पति महिला को प्रताड़ित करता था। इसी कारण उसने जान दी है। वहीं पति ने बताया कि पत्नी गुस्से की तेज थी। बच्चे के मस्ती करने पर उसे तेज धूप में सजा के तौर पर खड़ा कर दिया था। इसी बात को लेकर पत्नी को सामान्य तौर पर फटकार लगाई थी। इससे नाराज होकर उसने जान दी है। इधर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
कृति सिंह (28) पत्नी दीपक सिंह अयोध्या बाइपास की एक कॉलोनी में रहती हैं। 12 जून को उन्होंने घर में स्थित एक कमरे में पंखे के सहारे दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। इस समय पति घर में मौजूद थे, उन्होंने तत्काल पत्नी को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान शनिवार की तड़के सुबह महिला ने दम तोड़ दिया। शनिवार की दोपहर को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
भाई बोला सुसाइड से पहले आखिरी बार बात की
मृतका के भाई राकेश सिंह ने बताया कि जीजा एक शराब कंपनी में काम करता है। गुस्से का बेहद तेज है और मारता पीटता रहता था। सुसाइड से पहले बहन ने उन्हें आखिरी बार कॉल किया था। तब उसने पति से विवाद की बात कही थी। इसके बाद उसकी मौत की सूचना मिली। हम छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। बहन यहां अकेली पड़ चुकी थी। पति की प्रताड़ना से तंग हो चुकी थी।
पति बोला- बच्चे को सजा के नाम पर टार्चर कर रही थी पत्नी
मृतका के पति दीपक ने सिंह ने बताया कि मेरे दो बेटे पांच और एक साल हैं। पत्नी गुस्से की बेहद तेज थी। शरारत करने पर बच्चों को सख्त सजा देती थी। मैं इसका विरोध करता था। 12 जून को भरी दोपहरी में बड़े बेटे को पत्नी ने सजा के तौर पर धूप में खड़ा कर दिया था। पत्नी उसे शरारत करने से रोकने और डराने के लिए बेहद सख्त सजा देती थी। धूप में बच्चे को खड़ा देख मैने पत्नी को सामान्य तौर पर डांटा था। इसके बाद उसने एक कमरे का गेट बंद कर फांसी लगा ली।