ABG शिपयार्ड घोटाले में ऋषि अग्रवाल समेत अन्य निदेशकों पर कसा शिकंजा, CBI ने जारी किया लुकआउट सर्कुलर
ABG Shipyard Bank Fraud: सीबीआई ने बैंक फ्रॉड मामले में ऋषि अग्रवाल समेत एबीजी शिपयार्ड के अन्य निदेशकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। जांच एजेंसी ने यह कदम आरोपियों को विदेश भागने से रोकने के लिए उठाया है। सीबीआई ने कहा कि सभी आरोपी देश में है। उनके खिलाफ एलओसी खोली गई है। जिससे वो भारत छोड़कर नहीं जा पाएं। बता दें शिपिंग फर्म के निर्देशकों में ऋषि अग्रवाल, सांथनम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला है।
28 बैकों को नहीं किया भुगतान
सीबीआई ने कहा कि एबीजी शिपयार्ड ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत 28 बैकों के 22 हजार 842 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया। एबीजी शिपयार्ड, एबीजी समूह की कंपनी है। जो शिप निर्माण और मरम्मत के काम से जुड़ी है। इसके शिपयार्ड गुजरात में स्थित है। इस फ्रॉड केस में जारी हुआ लुकआउट सर्कुलर नोटिस देश के इस तरह के केस में नया है। इससे पहले नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या के खिलाफ भी ऐसे नोटिस जारी हुए हैं। हालांकि ये सभी विदेश में हैं। इनके भारत प्रत्यर्पण के लिए सरकार प्रयास कर रही है।
एसबीआई ने की सीबीआई से शिकायत
बता दें एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और एबीजी इंटरनेशनल लिमिटेड को 28 बैकों के कंसोर्टियम ने लोन दिया था। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार कंपनी के खराब प्रदर्शन के कारण नवंबर 2013 में उसका अकाउंट एनपीए बन गया था। कंपनी को उबारने के कई प्रयास हुए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद कंपनी का ऑडिट हुआ, जिसकी रिपोर्ट साल 2019 में आई। इस कंसोर्टियम की अगुवाई आईसीआईसीआई बैंक ने की। हालांकि एसबीआई ने ही सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई। बैकों को 22,842 करोड़ का नुकसान हुआ। जिसमें सबसे अधिक आईसीआईसी बैंक को 7089 करोड़ को हुआ है।