बालाघाट जिले के वारासिवनी क्षेत्र में ऑनलाइन गेम की लत ने युवक सिद्धांत दमाहे को अपराधी बना दिया। उसने हार की भरपाई के लिए अपने ही परिवार के चार घरों से करीब 8 लाख रुपए के गहने और नकदी चुरा लिए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय से रिमांड पर भेजा।
मोबाइल में खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम की लत किस हद तक नुकसान पहुंचा सकती है, इसका जीता-जागता उदाहरण वारासिवनी थाना क्षेत्र के कायदी गांव में सामने आया है। यहां 20 वर्षीय युवक सिद्धांत दमाहे ने गेम में हार की भरपाई करने के लिए अपने ही परिवार के चार घरों से सोने-चांदी के जेवर और नगदी पर हाथ साफ कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे रिमांड पर भेजा गया। चोरी गई संपत्ति की कीमत करीब 8 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस के मुताबिक 7 अगस्त को आरोपी का परिवार सत्संग सुनने व्यास गया था। घर खाली पाकर सिद्धांत ने परिवार के चार अलग-अलग घरों की अलमारी से कीमती गहने और नगदी चुरा ली। परिवार जब 25 अगस्त को लौटा, तो अलमारी खुली हुई थी और गहने व नकदी गायब मिले। इसके बाद पूरे परिवार में हड़कंप मच गया। जांच में पुलिस को आरोपी सिद्धांत के कमरे से गिरवी रखे गए जेवरों की रसीदें मिलीं। पुलिस ने जब पूछताछ की तो आरोपी ने सच उगल दिया। उसने बताया कि वह लंबे समय से मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलता था। गेम में हारने पर उसे लगातार पैसे की जरूरत पड़ती थी। पैसे जुटाने के लिए उसने परिवार के ही जेवरात और नगदी चुराए और इन्हें वारासिवनी व बालाघाट के साहूकारों के यहां गिरवी रख दिया। गिरवी से मिली रकम उसने सीधे अपने ऑनलाइन गेमिंग अकाउंट में डाली।
बड़े पिता ने दर्ज कराई शिकायत
वारासिवनी थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सुरेन्द्र उइके ने बताया कि चोरी की शिकायत आरोपी के बड़े पिता गजेन्द्र दमाहे ने दर्ज कराई थी। कुल चोरी गई संपत्ति की कीमत लगभग 8 लाख रुपए आंकी गई है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और रिमांड पर लिया है ताकि जेवरात और नगदी की पूरी बरामदगी की जा सके।