मध्य प्रदेश विधानसभा परिसर से चंदन के पेड़ों की चोरी की कोशिश की गई। चोरों ने तीन पेड़ों को निशाना बनाया। इस वारदात ने विधानसभा की सुरक्षा पर सवाल उठा दिए हैं क्योंकि इन दिनों शीतकालीन सत्र चल रहा है और विधानसभा के आसपास हाई लेवल सिक्योरिटी है।
शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को सुबह जब अधिकारी-कर्मचारी विधानसभा पहुंचे तो पार्किंग में लगे चंदन के पेड़ों में से एक पेड़ पूरी तरह कटा मिला। परिसर में लगे दो और चंदन के पेड़ों पर भी आरी चलाने के निशान मिले हैं। इन पेड़ों को गंभीर नुकसान हुआ है।
इससे पहले 17 नवंबर को चोर राजधानी के वीवीआईपी 74 बंगला इलाके स्थित डीएफओ ऑफिस के बाहर से चंदन का पेड़ काट ले गए थे।

सीसीटीवी फुटेज देखकर पता करेंगे कि किसने काटे पेड़ विधानसभा परिसर में पेड़ों की कटाई और चोरी की कोशिश ने अधिकारियों के माथे पर बल ला दिया है। सुरक्षा अमला मामले की जांच में जुट गया है। अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। सुरक्षा कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
कांग्रेस बोली- सरकार सत्ता के नशे में मदहोश पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा- भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरी तरह से सत्ता के नशे में मदहोश है। जब चंदन के पेड़ों की सुरक्षा विधानसभा में नहीं हो पा रही तो समझ सकते हैं कि सरकार कितनी गहरी नींद में सोई है। पुलिस अवैध वसूली और लोगों को ठगने में लगी है।
खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास गृह मंत्रालय का प्रभार है। विधानसभा मध्य प्रदेश की सर्वोच्च संस्था है। यहां पेड़ कट गए हैं तो प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति का अनुमान लगा लीजिए।
पुलिस ने कहा- जांच कर रहे एसीपी मनीष भारद्वाज ने कहा- विधानसभा से चंदन का पेड़ चोरी होने की सूचना मिली थी। जांच की जा रही है। हमने टीम गठित की है। आरोपियों को पकड़ने के लिए CCTV फुटेज खंगाल जा रहे हैं। परिसर में अंदर मौजूद लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।




