भोपाल में चौथी मंजिल से गिरकर ऑटो चालक की मौत:दोस्त बोला- सवारी से विवाद हुआ, किराया मांगने उसके पीछे गया था; मारपीट हुई
भोपाल के कमला नगर थाना इलाके में नया बसेरा मल्टी की चौथी मंजिल से गिरकर ऑटो ड्राइवर की मौत हो गई। वह एक सवारी को छोड़ने नया बसेरा पहुंचा था। सवारी ने किराया देने से इनकार कर दिया।
मृतक के दोस्त का दावा है कि वह सवारी के पीछे किराया मांगने चौथी मंजिल तक गया था। वहां फ्लैट पर सवारी के परिचित भी मौजूद थे। किराया मांगने पर बहस हुई, जो मारपीट में बदल गई। इसी दौरान दोस्त फ्लैट की बालकनी से गिर गया। मामला संदिग्ध है जब उसे उठाकर अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, तो मोहल्ले वालों ने रोक लिया। अधिक खून बहने से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि फिलहाल मर्ग कायम किया गया है। युवक किन हालात में गिरा, इसकी जांच की जा रही है। घटना बुधवार शाम की है, जबकि देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गुरुवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया।
एसआई राघवेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया-
दीपेश किन हालात में गिरा, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। उसे किसी ने फेंका, इसके पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। मल्टी के रहवासियों और मृतक के दोस्तों के बयान अभी दर्ज नहीं किए गए हैं। सभी एंगल से जांच जारी है।
मृतक का दोस्त बोला- 200 रुपए किराए के चलते की मारपीट
दीपेश सिसोदिया (25) कोटरा सुल्तानाबाद का रहने वाला था। सीएनजी ऑटो चलाता था। मृतक के दोस्त रितिक ने बताया कि सन्नी नाम के व्यक्ति की स्कूल वैन खराब हो गई थी। सन्नी ने दीपेश से वैन को टो कर घर तक छोड़ने को कहा। इसके लिए 200 रुपए किराया तय हुआ। दीपेश ने वैन को टो कर नया बसेरा मल्टी तक पहुंचाया।
यहां से सन्नी बिना किराया दिए मल्टी की चौथी मंजिल स्थित फ्लैट में चला गया। दीपेश ने कई बार आवाज लगाई, लेकिन सन्नी ने बाद में पैसा देने की बात कहकर फ्लैट का दरवाजा बंद कर लिया। किराया लेने के लिए दीपेश चौथी मंजिल पर गया। वहां सन्नी ने उससे बहस की और मारपीट करने लगा।
रितिक के अनुसार, वह नीचे खड़ा था और फ्लैट से बहस और मारपीट की आवाजें सुनाई दे रही थीं। कुछ करने से पहले ही दीपेश बालकनी से नीचे दूसरी मंजिल पर स्थित टीन पर गिरा और फिर जमीन पर आ गिरा। इससे उसके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आईं। दीपेश बेसुध हो गया। रितिक का दावा है कि सन्नी, उसकी बहन मोना, और फ्लैट में रहने वाली एक नेपाली महिला सहित अन्य तीन लोगों ने दीपेश के साथ मारपीट की।
अस्पताल ले जाने से पहले घेरा
रितिक का दावा है कि घायल दीपेश को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन सन्नी, मोना और मल्टी के अन्य लोगों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने रितिक को भी पीटा और दीपेश को अस्पताल ले जाने से रोके रखा।
रितिक ने डायल 100 पर कॉल करने की मदद मांगी, लेकिन किसी ने कॉल नहीं किया। किसी तरह दीपेश को वहां से निकालकर उसके घर ले जाया गया। फिर परिजनों के साथ उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिवार का इकलौता बेटा था दीपेश
दीपेश सिसोदिया अपने पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। पिता कलेक्टर ऑफिस में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। दीपेश की मौत के बाद उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। दोस्तों और परिजनों ने सन्नी, उसकी बहन और साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है।