दवाई की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भोपाल केमिस्ट एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है। इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा है। जिसमें कहा है कि यह चिंताजनक के साथ खतरनाक भी है। इससे युवा का भविष्य नशे की चपेट में आ सकता है।
भोपाल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र धाकड़ ने बताया कि अखिल भारतीय केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट संगठन (AIOCD) के बैनरतले केंद्रीय गृह मंत्री शाह को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है। यह संगठन पूरे भारत में 12.40 लाख से अधिक केमिस्टों का प्रतिनिधित्व करता है।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि कुछ ई-फार्मेसियों और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म दवाओं की अवैध ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी कर रहे हैं। औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के स्पष्ट प्रावधानों के बावजूद यह प्लेटफॉर्म बिना उचित पर्चे की जांच के दवाओं को मिनटों में वितरित कर रहे हैं। जिससे जन स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है और खासकर युवाओं में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को बढ़ावा मिल रहा है।
गृह मंत्री से पत्र में यह लिखा
- अवैध पर्चे, बिना वास्तविक सत्यापन के लिखी गई दवाएं नहीं दी जाए।
- बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन निगरानी, बिना जांच के लत लगाने वाली दवाइयां दी जा रही हैं। जिससे मादक द्रव्यों के सेवन को बढ़ावा मिल रहा है।
- प्री-गैबलिन जैसी दवाओं की ऑनलाइन आसान पहुंच के कारण दुरुपयोग में तेजी से वृद्धि हो रही है।
- विदेशी वित्त पोषित स्टार्ट-अप दवाओं को सामान्य वस्तुओं की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। जिससे भारत के घरेलू बाजार को नुकसान पहुंच रहा है और बेरोजगारी बढ़ रही है।
यह मांग की गई
- शेड्यूल एच/एच1/एक्स दवाओं की ऑनलाइन बिक्री और 10 मिनट में डिलीवरी पर तत्काल प्रतिबंध लगे
- औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम का उल्लंघन करने वाली ई-फार्मेसियों को बंद किया जाए।
सिविल अस्पताल गोविंदपुरा में सितंबर से मिलेगी प्रसव सुविधा सिविल हॉस्पिटल गोविंदपुरा में सितंबर माह से प्रसव की सुविधा भी शुरू की जा रही है। इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने बुधवार को अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रसव से संबंधित आवश्यक संसाधनों की जानकारी ली गई। 100 बिस्तर के इस अस्पताल में 24×7 स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जल्द ही यहां पर प्रसव सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं।
अस्पताल में प्रसव सेवाओं की शुरुआत किए जाने के संबंध में सीएमएचओ ने अस्पताल के लेबर रूम, मॉड्यूलर ओटी, न्यू बोर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट, प्रसूति वार्ड, पीएनसी वार्ड, पैथोलॉजी लैब, ऑटोक्लेव आदि का निरीक्षण किया। अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्त्री रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना की जा चुकी है। साथ ही नर्सिंग ऑफिसर एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध करवाया गया है।