छोटा भाई विवेक नशे की लत में पढ़ चुका था। शराब पीता था, पिता के साथ बदसलूकी करता था। उन पर हाथ भी उठा चुका था। जो कुछ भी पैसा कमाता था, शराब में उड़ा दिया करता था। मैं समझाता तो मुझ से बदसलूकी करता था। छोटी-छोटी बातों पर विवाद कर धमकाता था। गुस्से में आपे से बाहर हो जाता था। जो कुछ हाथ में आता था उसी से पीटता था। यहां तक की मर चुकी मां तक को गालियां देता था। कई बार उसकी थाने में शिकायत की, बाद में स्वयं अफसोस होता कि भाई थाने में बैठा तो पिता और मैं ही उसे छुड़ाने भी जाते थे। लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आता था। मेरे नए कपड़े और जूतों को बिना पूछे पहन लिया करता था। वारदात की रात बिन पूछे मेरे नए कपड़े पहनने की बात पर विवाद हुआ। मैं उसे मारना नहीं चाहता था लेकिन गर्दन में गहरा चाकू लगने बाद वह तड़पने लगा। मुझे लगा कि कुछ दिन में घाव भर जाएगा और मैं पुलिस से बचने के लिए घर से भाग गया लेकिन, मौत की सूचना पकड़े जाने के बाद मिली।
यह कहना है अपने ही छोटे भाई से विवाद करने के बाद उसकी चाकू से हत्या करने वाले ओमकार का। वारदात के बाद आरोपी घर से भाग गया और शहर छोड़ने के फिराक में था तभी पुलिस ने उसे भोपाल स्टेशन के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया।
जीन्स पहने की बात पर हुआ था विवाद
एसआई राजेश तिवारी ने बताया कि 55 वर्षीय मुन्ना गिरी भीमनगर में रहते हैं। पत्नी की मौत हो चुकी है और उनके दो बेटे हैं, बड़ा बेटा ओमकार गिरी (22) और छोटा विवेक गिरी (19) हैं। दोनों शादी पार्टियों में वेटर के तौर पर काम करते हैं। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे विवेक घर लौटा था। उसने बड़े भाई ओमकार गिरी की जीन्स पहनी हुई थी।
उसके घर लौटते ही विवेक ने अपने कपड़े पहनने को लेकर छोटे भाई से विवाद शुरू कर दिया। दोनों में काफी समय तक बहस हुई और बात मारपीट तक पहुंच गई। इससे गुस्सा होकर ओमकार ने अपने घर में रखे चाकू से छोटे भाई विवेक की गर्दन पर हमला कर दिया। हमले में विवेक की मौके पर ही मौत हो गई थी।

पड़ोसी बोला सुबह घटना की जानकारी मिली
मृतक के पड़ोसी दीपक पाल ने बताया कि सुबह पांच बजे तक शव घर में ही रखा था। मृतक के पिता ने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया, तब मैं भी वहां पहुंचा। तत्काल आस पास के लोगों को विक्की भैया ने एकत्र किया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पीएम के लिए रवाना किया। दोनों भाईयों में कपड़े पहनने को लेकर विवाद हुआ था।
पिता की भूमिका की जांच जारी
पुलिस का मानना है कि हत्याकांड को रात एक बजे के आस पास अंजाम दिया गया है। चाकू मारने के बाद बड़ा बेटा घर से भाग चुका था। छोटा उनके सामने ही तड़पता रहा। काफी समय बाद उन्होंने मदद के लिए पड़ोसियों को पुकारना शुरू किया, तब तक बेटे की मौत हो चुकी थी। एसआई राजेश तिवारी ने बताया कि आरोपी शहर से बाहर भागने के प्रयास में था, उसे भोपाल स्टेशन के करीब से हिरासत में लिया है।