जबलपुर के ओमती थाने को दिए गए दो डायल 112 ‘एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल)’ वाहनों में 6 दिन बाद ही धक्का लगाने की नौबत आ गई। ये वाहन जब धक्का लगाने से भी स्टार्ट नहीं हुए, तो टोचन गाड़ी में लोड कर वर्कशॉप भेजे गए हैं। बताया जा रहा है कि एफआरवी में लगे हाईटेक उपकरणों में बैटरी का उपयोग ज्यादा हो रहा है। जिससे बैटरी वीक हो रही है और वाहन के स्टार्टिंग में प्राबलम आ रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 अगस्त को भोपाल में डायल 112 का लोकार्पण किया था। इसे डायल 100 की जगह पर लाया गया है। इसके बाद सभी जिलों को डायल 112 वाहन भेजे गए हैं। जबलपुर को 47 वाहन मिले हैं। जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा ने इन वाहनों को 4 सितंबर को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना करते हुए थानों को सौंपा था।

बैटरी डाउन कर रहे हाईटेक सिस्टम
सूत्रों के अनुसार एफआरवी में लगे सिस्टम गाड़ी की बैटरी से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। थोड़ी देर चलने के बाद सिस्टम बैटरी को डाउन कर देता है, जिससे डायल-112 बंद हो रही है। यही वजह है कि ओमती थाने को मिली दोनों गाड़ियां फिलहाल मरम्मत के लिए भेजी गई हैं।
इन वाहनों पर नहीं कर सकते भरोसा
वैसे तो पुलिस कुछ भी कहने को तैयार नहीं है, पर दबी जुबान से यह कहा जा रहा है कि इमरजेंसी में इन वाहनों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि बैटरी कब वीक हो जाएगी और वाहन बंद हो जाएगा, कह नहीं सकते हैं। ऐसे में रिस्क नहीं लिया जा सकता है।

आपातकालीन स्थिति में मदद
इन वाहनों में जीपीएस, वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं। इनसे जिले में आपातकालीन स्थितियों पर त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध कराने, अपराधों पर नियंत्रण रखने एवं कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
डायल 112 की विशेषताएं
- एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा: डायल 112 एक एकल एजेंसी आधारित सेवा है, जो पुलिस, एम्बुलेंस, अग्निशमन और अन्य आपात सेवाओं को एक ही नंबर पर उपलब्ध कराती है।
- त्वरित सहायता: डायल 112 पर कॉल करने पर पुलिस या एम्बुलेंस जैसी त्वरित मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
- लोकेशन आधारित मदद: लोकेशन बेस्ड सिस्टम के माध्यम से लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी और मदद की गुणवत्ता बेहतर होगी।
- उन्नत तकनीक: डायल 112 में डेटा एनालिटिक्स, रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग और IoT जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग होगा।
- सुरक्षा दी जाएगी : डायल 112 सेवा के माध्यम से नागरिकों को बेहतर सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी।
- त्वरित प्रतिक्रिया: आपातकालीन स्थितियों में पुलिस और अन्य सेवाएं त्वरित प्रतिक्रिया देंगी।
- एकल नंबर: सभी आपात सेवाएं एक ही नंबर 112 पर उपलब्ध होंगी, जिससे नागरिकों को आसानी होगी।
डायल 112 में आ रही बैटरी की समस्या
सीएसपी ओमती सोनू कुर्मी ने बताया कि
डायल 112 में बैटरी संबंधी समस्या आ रही है। गाड़ी बार-बार बंद भी हो रही हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया है।