MP की ट्रेनों में अवैध वेंडरों का दबदबा, खुलेआम बेच रहे हैं नशे का सामान
अवैध वेंडरों का आरपीएफ कमांडेंट प्रशांत यादव से याराना, जमकर लगा रहे हैं रेलवे को चुना
रेलवे रिपोर्टर। मध्य प्रदेश के भोपाल जंक्शन से लेकर इटारसी स्टेशन के बीच चलने वाली ट्रेनों में अवैध वेंडरों द्वारा धड़ल्ले से खान पान की वस्तुओं के साथ नशे का भी विक्रय किया जा रहा है। इसके साथ ही इन अवैध वेंटर्स द्वारा यात्रियों से खान पान की चीजों की एमआरपी से अधिक कीमत वसूली जाती है। वहीं सूत्रों का कहना है कि आरपीएफ के कमांडेंट प्रशांत यादव से मिली भगत कर अवैध वेंडर्स बेखौफ होकर यात्रियों की जेब पर कैंची चला रहे हैं। साथ ही हर साल रेलवे को भी इन अवैध वेंडर्स के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आईए जानते हैं कैसे अवैध वेंडर्स ट्रेन में करते हैं अपना अवैध व्यापार
भोपाल, इटारसी, बीना से ट्रेनों में चढ़ते हैं अवैध वेंडर्स
अवैध वेंडर्स द्वारा भोपाल इटारसी बीना स्टेशन पर अपने कर्मचारियों को तैनात किया जाता है। प्लेटफार्म पर गाड़ी लगते ही यह वेंडर्स ट्रेन में चढ़ जाते हैं। इसके बाद अगले स्टेशन पर यह वेंडर्स उतर जाते हैं। पूरे दिन पूरी रात आरपीएफ के नाक के नीचे अवैध वेंडर्स यात्रियों को निचोड़कर मोटी कमाई करते रहते हैं। वहीं आरपीएफ के कान के ऊपर जू तक नहीं रेगंती।
ट्रेनों में चढ़कर करते हैं गुंडागर्दी
यदि कोई यात्री इनसे इनका आईआरसीटीसी कार्ड मांगता है तो इनके द्वारा फर्जी कार्ड दिखा दिया जाता है। एमआरपी से अधिक दाम मांगने पर इनके द्वारा यात्रियों से गुंडागर्दी भी की जाती है। वही कई बार तो अगले स्टेशन पर अवैध वेंडर्स द्वारा ट्रेन के कोच में घुसकर यात्रियों से मारपीट भी की जाती है।
यह एमपी रेलवे के अवैध वेंडर्स
बंटी पहलवान, भूरा खान, सोनू भदोरिया यह वह नाम है जिनके द्वारा संपूर्ण मध्य प्रदेश की ट्रेनों में अवैध वेंडरिंग की जाती है। सूत्रों के मुताबिक टीम में 500 से अधिक लड़के शामिल है। इनके द्वारा ट्रेनों में चढ़कर बिना किसी आईडी प्रूफ के गैर कानूनी तरीके से व्यापार किया जाता है। परंतु आरपीएफ द्वारा इन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्र बताते हैं कि आरपीएफ कमांडेंट से अवैध वेंडर्स का याराना काफी पुराना है। यही कारण है सब मिलकर रेलवे को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं। यात्रियों के स्वास्थ्य और जान की जिम्मेदारी रेलवे की होती है। परंतु आरपीएफ के कुछ भ्रष्टाचार अधिकारी रेलवे को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
ट्रेनों में खान-पान की वस्तु के साथ नशे का भी व्यापार
आपने सुना होगा एमपी अजब है सबसे गजब है… लेकिन एमपी इतना अजब है यह नहीं पता था। मध्य प्रदेश की ट्रेनों का नाम आरपीएफ द्वारा काफी रोशन किया जा रहा है। यह हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एमपी की ट्रेनों में अवैध वेंडर्स द्वारा खान-पान की वस्तुओं के साथ-साथ नशा भी जमकर बेचा जा रहा है। आंखों पर काली पट्टी बांधकर बैठे आरपीएफ कमांडेंट प्रशांत यादव को शायद से यह दिखाई नहीं देता होगा। इन अवैध वेंडर्स के पीठ पर टंगे बैगों में गांजा, शराब भरकर यात्रियों को परोसी जा रही है। आगे देखना होगा एमपी की ट्रेनों में आरपीएफ द्वारा और क्या-क्या यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। वह कहावत तो आपने सुनी होगी सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं…. समझदार को इशारा को काफी है। क्यों अभी तक एमपी के सारे आरपीएफ थानों के टीआई द्वारा इन अवैध रेलवे के वेंडरों पर कार्रवाई नहीं की गई ? क्या आरपीएफ कमांडेंट प्रशांत यादव के दबाव में आरपीएफ टीआई इन अवैध वेंडरों पर कार्रवाई नहीं करते हैं?