गल्ले के कारोबार में निरंतर पड़ रहे घाटे और बढ़ते कर्ज से खत्म करने के लिए एक व्यापारी गलत रास्ते पर चल दिया। व्यापारी ने कर्जा चुकाने के लिए चोर बन गया। वह ट्रेनों में यात्रियों के पर्स, बैग और जेवर चोरी करने लगा। आगरा कैंट जीआरपी ने गत दिवस चोरी करने वाले गल्ला व्यापारी को कृषि उपज मंडी से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से दस लाख रुपए कीमत के जेवर भी बरामद किए गए हैं, जो कि उसने डबरा के ही एक सराफा कारोबारी को बेचे थे।
दरअसल थाना जीआरपी आगरा कैंट के नेतृत्व में गठित जीआरपी टीम ने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से एक चोर को गिरफ्तार किया। जिसने अपना नाम नाम रितेश अग्रवाल बताया। आरोपी डबरा का रहने वाला है। पूछताछ में रितेश अग्रवाल ने बताया कि वह कृषि उपज मंडी डबरा में गल्ले का काम करता है।
व्यापार में नुकसान होने पर कर्जा हो गया था। कर्जा उतारने के लिए ट्रेनों में यात्रियों के पर्स व बैग एवं जेवरात चोरी करने लगा था। उसने बताया कि महिलाएं जब सो जाती थीं। तब वह पर्स या बैग छीनकर भाग जाता था। आरोपी पर अलग-अलग स्टेशनों पर चार मामले दर्ज हैं। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि चोरी के जेवर उसने डबरा के सराफा कारोबारी को बेचे थे। जीआरपी ने आरोपी की निशानदेही पर सराफा कारोबारी से दस लाख रुपए कीमत के चोरी के जेवर बरामद कर लिया है। वहीं आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।