उद्योग विहार में कंपनी के बाहर से युवक का अपहरण कर हत्या करने के बाद शव दफनाने के मामले में आठ दिन बाद पूरा सच सामने आ गया है। उसकी पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर यूट्यूब देखकर हत्या की साजिश रची थी। युवक का अपहरण करने से लेकर उसके शव को दफनाने तक महिला आरोपित से लगातार फोन पर संपर्क में थी।
पुलिस को इन दोनों पर पहले ही शक हो गया था। इस पर महिला ने आरोपित द्वारा दुष्कर्म करने और धमकी दिए जाने की कहानी बनाई। उसे लगा था कि पुलिस दुष्कर्म में आरोपित को पकड़ लेगी और पांच छह महीने बाद वह राजीनामा कर अपने प्रेमी को छुड़ा लेगी। लेकिन उसका यह पासा उलटा पड़ गया। आरोपित के गिरफ्तार होने के बाद उसने सच्चाई उगल दी।
उद्योग विहार थाना पुलिस ने हत्या के इस मामले में रविवार को युवक की पत्नी सोनी और गड्ढा खाेदने वाले एक अन्य व्यक्ति संतरपाल को भी गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले शनिवार को मुख्य आरोपित रविंद्र, मनीष और फरियाद को पकड़ा गया था। इस मामले में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मृत युवक की पहचान मूल रूप से बिहार के नवादा जिले के छतीहर गांव के 37 वर्षीय विक्रम के रूप में की गई है। बताया जाता है कि विक्रम की शादी करीब 12 साल पहले सोनी से हुई थी। विक्रम कई सालों से परिवार के साथ उद्योग विहार थाना क्षेत्र के डूंडाहेड़ा गांव में किराये से रहते थे। इनके दो बच्चे भी हैं। बड़ी बेटी दस साल और छोटा बेटा आठ साल का है। विक्रम यहां उद्योग विहार में ही गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी में ठेकेदार के रूप में काम करते थे।
कैसे रची गई हत्या की साजिश, पूरी कहानी जानिए
उद्योग विहार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपित महिला सोनी देवी का एक साल से पड़ोस में ही रहने वाले रविंद्र के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। रविंद्र मूल रूप से मेरठ के हस्तिनापुर का रहने वाला है। रविंद्र ने प्रेम प्रसंग के दौरान सोनी के साथ अश्लील वीडियो बनाए थे। रविंद्र का घर आना-जाना था। एक दिन विक्रम की बेटी ने रविंद्र का फोन खेलने के लिए लिया। इस दौरान उसे दोनों का अश्लील वीडियो दिखाई दिया।
बेटी ने इसकी जानकारी पिता को दी, हालांकि उसने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन यह बात रविंद्र और सोनी को पता चल गई। इसके बाद दोनों ने मिलकर विक्रम की हत्या की साजिश रची। हत्या करने के बाद शव को ठिकाने लगाने व हत्या से बचने के लिए दोनों ने यूट्यूब पर कई वीडियो देखे। यह भी पता चला कि रविंद्र डूंडाहेड़ा में रहने से पहले खांडसा गांव में अपने चाचा संतरपाल के साथ रहता था। संतरपाल ने इसे गोद लिया था।
संतरपाल मोहम्मदपुर झाड़सा गांव में एक नामी उद्योगपति के फार्म हाउस में गाय-भैंसों की देखभाल करता था। साजिश के तहत यह हत्या के कुछ दिन पहले संतरपाल से मिलने के लिए गया। यहां उसने हत्या के बारे में जानकारी दी। कहा कि यह हत्या के बाद शव लेकर आएगा। रविंद्र ने संतरपाल को फार्म हाउस के पीछे खाली पड़ी जमीन में गड्ढा खाेदकर रखने का काम दिया था।
साजिश के तहत रविंद्र 26 जुलाई को मेरठ के हस्तिनापुर गांव से अपने तीन साथियों को लेकर आया। उसने कंपनी के बाहर से विक्रम का अपहरण कर लिया। चलती गाड़ी में उसने रस्सी से गला घोंट दिया। यहां से 15 किलोमीटर दूर आरोपित शव को गाड़ी में डालकर फार्म हाउस ले गया। शव गल जाए और कोई दुर्गंध न आए, इसलिए शव को गड्ढे में दफना दिया गया। इस पूरी साजिश के दौरान सोनी देवी रविंद्र के साथ फोन के माध्यम से संपर्क में रही।
पुलिस को गुमराह करने के लिए कई कहानियां बनाईं
थाना पुलिस के मुताबिक 27 जुलाई को महिला सोनी उद्योग विहार थाने पहुंची। उसने पति विक्रम के गुमशुदा होने की जानकारी दी और वापस लौट गई। दो दिन बाद भी जब विक्रम का कोई पता नहीं चला तो उसके भतीजे राकेश ने पुलिस से उसकी खोजबीन में तेजी लाने की मांग की। राकेश ने पुलिस को बताया कि विक्रम रात नौ बजे कंपनी से निकले थे, लेकिन घर नहीं लौटे।
वहीं 28 जुलाई को सोनी ने जो गुमशुदगी दर्ज कराई, उसमें उसने कहा कि विक्रम रात तीन बजे घर आए थे, इसके बाद वह चले गए। 27 जुलाई की सुबह दस बजे भी बात हुई थी। लेकिन वह काल लाग में डिटेल नहीं दिखा सकी। उसने कहा कि विक्रम ने उसे काल डिलीट करने के लिए कहा था। वहीं जब भी महिला थाने आई, उसके साथ रविंद्र भी आया।
विरोधाभासी बयान होने पर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने सोनी देवी की काल डिटेल निकलवाई। इसमें पता चला कि उसकी पति से नहीं बल्कि रविंद्र से ज्यादा बात हो रही है। जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बचने के लिए दुष्कर्म और धमकी देने की नई कहानी बना दी। महिला को लगा कि पुलिस दुष्कर्म के मामले में आरोपित रविंद्र को गिरफ्तार कर लेगी और हत्या के मामले की तरफ ध्यान नहीं देगी।
उसका यह भी सोचना था कि वह पांच छह महीने बाद कोर्ट से रविंद्र को राजीनामा कर छुड़ा लेगी और फिर दोनों साथ रह सकते हैं। लेकिन आरोपित रविंद्र की दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी होने के बाद उसने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसकी निशानदेही पर विक्रम का शव भी एवीएल सोसायटी के पीछे से कब्र से मिल गया। पूछताछ में उसने महिला की संलिप्तता और साजिश के बारे में जानकारी दी।