भोपाल में बहन को छेड़ने से रोका तो मार डाला:युवक को किडनैप कर कॉन्स्टेबल के नंबर से मांगी फिरौती; 5 दिन बाद मिली लाश
भोपाल में एक युवक ने बहन से छेड़छाड़ कर रहे बदमाश को टोका तो उसने किडनैप कर लिया। फिर एक कॉन्स्टेबल के नाम की सिम से बहन को कॉल करके एक लाख रुपए की फिरौती मांगी। पांच दिन बाद युवक की लाश 50 किलोमीटर दूर रातापानी के जंगल में मिली। पुलिस को आशंका है कि उसकी तीन-चार दिन पहले हत्या की गई है। युवक राजधानी के छोला मंदिर इलाके में किराए का कमरा लेकर रहता था।
पुलिस ने बताया कि बिहार पुलिस का वांटेड अवेकश भोपाल के छोला मंदिर इलाके में फरारी काट रहा था। ऑटो चालक संदीप प्रजापति भी यहीं किराए का कमरा लेकर रहता था। अवकेश उसकी बहन को परेशान कर रहा था। संदीप ने उसे इस बात पर टोका था। इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था।
मिलने के बहाने बुलाया और किडनैप कर लिया
छोला मंदिर टीआई सुरेशचंद्र नागर ने बताया कि अवकेश ने संदीप को 2 दिसंबर को मिलने के बहाने बुलाया और किडनैप कर लिया। आशंका है कि आरोपी ने इसी दिन उसकी हत्या कर दी। उसने पहला कॉल संदीप के परिवार को 2 दिसंबर को किया और बताया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है, इसके लिए उसने संदीप का ही मोबाइल इस्तेमाल किया था।
बहन ने आरोपी को आवाज से पहचान लिया आरोपी अवकेश ने 3 दिसंबर को संदीप की बहन को कॉल किया। इसके बाद उसने अपनी पहचान बताए बगैर संदीप के अपहरण की जानकारी दी। बताया कि संदीप को जिंदा चाहते हो तो एक लाख रुपए दे दो। हालांकि संदीप की बहन ने आवाज से अवकेश को पहचान लिया। फिर उसने अपने पिता को मामले की जानकारी दी और थाने में शिकायत दर्ज कराई।
कॉन्स्टेबल दो साल पहले बंद कर चुका नंबर
पुलिस जांच में फिरौती वाले कॉल की लोकेशन मुरैना में ट्रेस की गई। अगले कॉल में फिर फिरौती मांगी गई। इस बार कॉलर की लोकेशन नागपुर में ट्रेस की गई। आरोपी ने मुरैना के जिस नंबर से धमकाया, वह ग्वालियर के जनकगंज थाने में पदस्थ एक कॉन्स्टेबल के नाम रजिस्टर्ड है। पुलिस ने कॉन्स्टेबल से संपर्क किया तो उसने बताया कि ये नंबर वह दो साल पहले बंद कर चुका है। कंपनी की ओर से सिम किसी और को अलॉट की गई होगी, लेकिन दस्तावेज अपडेट नहीं किए गए हैं।
3 दिन तक लगातार देलावाड़ी के जंगलों में सर्चिंग
पुलिस की 3 टीमें आरोपी की तलाश में जुटी रहीं। एक टीम नागपुर, दूसरी मुरैना और तीसरी देलावाड़ी में अवकेश की तलाश करती रहीं। पुलिस को आशंका थी कि पहले कॉल में देलावाड़ी में एक्सीडेंट की बात कही गई है। लिहाजा 3 दिन तक लगातार देलावाड़ी के जंगलों में सर्चिंग जारी रही। शुक्रवार को संदीप की लाश बरामद कर ली गई। लाश करीब तीन-चार दिन पुरानी बताई जा रही है।
आरोपी के खिलाफ कई केस, बिहार से फरार है
पुलिस जांच में सामने आया कि अवकेश पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार से 2 साल से फरार चल रहा है। बिहार पुलिस ने उसे वांटेड घोषित किया है। पुलिस का कहना है कि अवकेश, संदीप को 6 साल से जानता है। उसके पारिवारिक रिश्ते हैं। अवकेश उसकी बहन पर बुरी नजर रखने लगा था और उसे परेशान भी करता था।
इसकी जानकारी मिलने पर संदीप और अवकेश के बीच विवाद हो चुका था। बदला लेने की नीयत से प्लानिंग के तहत संदीप की हत्या की गई। आरोपी की तलाश में पुलिस की चार टीमें जुटी हैं। सूचना के आधार पर इंदौर के एक ठिकाने पर दबिश दी गई थी, लेकिन अवकेश नहीं मिला।
पिता बोले- मां ने रोका था, बेटा नहीं माना मृतक संदीप के पिता सूरज प्रजापति ने बताया कि
2 दिसंबर को बेटे ने पत्नी रामसकी प्रजापति को सलकनपुर मंदिर जाने का कहा था। उसे मना किया, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा था। अनजान व्यक्ति बनकर अवकेश उर्फ अवधेश ने बेटी वंदना को कॉल किया। बताया कि रायसेन के करीब संदीप का एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद उसका भी मोबाइल फोन बंद जाने लगा। बाद में दो बार और अवकेश ने कॉल किया और फिरौती की मांग की।
उन्होंने आगे बताया- वंदना ने अवकेश की आवाज को पहचान लिया था, क्योंकि संदीप से उसका मेलजोल था। वह घर आता-जाता रहता था। संदीप की ममेरी बहन से अवकेश की 6 सालों से दोस्ती है। पहले संदीप स्टेशन पर एक ट्रैवल्स की गाड़ी चलाता था, वहीं दोनों के बीच परिचय हुआ था। हमें नहीं पता था कि अवकेश बिहार से फरार है और उस पर केस दर्ज हैं। बेटे की मौत के बाद से उसकी मां की तबीयत खराब है। वह उसे याद कर कई बार बेहोश हो चुकी हैं।
आरोपी की तलाश में केरल, पटना और मुरैना में दबिश
आरोपी की तलाश में जोन-4 की चार टीमें जुटी हैं। क्राइम ब्रांच की एक टीम भी उसकी तलाश कर रही है। टीम फ्लाइट से शनिवार सुबह केरल के लिए रवाना हुई है। पटना पुलिस को आरोपी का इनपुट दिया है। एक टीम वहां के लिए रवाना है। वहीं, मुरैना और उत्तर प्रदेश में भी दो टीमें आरोपी को तलाश रही हैं।