कमला पसंद और राजश्री गुटखा बनाने वाली कायपान पान प्रोडक्ट्स लिमिटेड के स्टॉक का वेरिफिकेशन करने के लिए आयकर विभाग की टीम को सुपारी, लौंग, इलायची और चूने की तौल तक करनी पड़ी। यहां पहुंची टीम को गुटखा, मसाले के पैकेट और पाउच की भी अलग से गिनती करनी पड़ी, क्योंकि संचालकों ने कोई रिकॉर्ड मेंटेन नहीं किया था। आयकर विभाग को उम्मीद है कि यहां बड़ी टैक्स चोरी उजागर हो सकती है।
उधर, चूना भट्टी में अल्फा कम्युनिकेशन के संचालक के यहां सर्वे पूरा हो गया है। उसके खिलाफ 12 करोड़ रुपए तक की टैक्स चोरी का अनुमान लगाया जा रहा है।
भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित कायपान पान प्रोडक्ट्स पर किए गए सर्वे में आयकर विभाग को स्टॉक मेंटेन करने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि फैक्ट्री परिसर में बोगस बिलों के जरिए माल मंगाया और बेचा जा रहा है, जिसके चलते न तो कोई रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज किया गया है और न ही कंप्यूटर में संरक्षित किया गया है।
इसके अलावा, माल की आवक-जावक और गेट पास से संबंधित भी कोई दस्तावेज नहीं मिले। इस कारण आयकर विभाग की टीम को खुद स्टोर किए गए पाउच और मसाला गुटखा के डिब्बों की गिनती और तौल करनी पड़ रही है ताकि स्टॉक के आधार पर टैक्स चोरी का आकलन किया जा सके। जांच टीम को कम्प्यूटराइज्ड रिकॉर्ड और टैली डेटा भी नहीं मिला। होली के त्योहार को देखते हुए आयकर अधिकारी आज शाम तक इस कार्रवाई को पूरा करने की तैयारी में जुटे हैं।
सौरभ अग्रवाल के यहां से 12 करोड़ का नहीं मिला हिसाब
उधर राजधानी के चूना भट्टी इलाके में आयकर विभाग की टीम को सौरभ अग्रवाल के ठिकाने अल्फा साल्यूशंस और अल्फा कम्युनिकेशन के यहां भी काफी गड़बड़ी मिली है। करीब 12 करोड़ रुपए का हिसाब वह नहीं दे पाया है। इसलिए इतनी राशि टैक्स चोरी के रूप में सामने आ सकती है। अग्रवाल गवर्नमेंट सप्लाई का काम करता है। आयकर की जांच के दौरान वह बीमार हो चुका है और निजी अस्पताल में एडमिट है।