ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल (जेएएच) की पुरानी बिल्डिंग से दो लोगों ने छलांग लगा दी। गंभीर घायल होने पर दोनों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। यहां एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे को उसके परिजन बिना किसी डिस्चार्ज के दूसरे अस्पताल लेकर चले गए।
जानकारी के अनुसार, विशाल जाटव (55), सतेंद्र जाटव और दो अन्य साथियों के साथ जेएएच की पुरानी बिल्डिंग में कबाड़ चोरी की नीयत से घुसे थे। बिल्डिंग में पुराने बेड, पंखे और अन्य कबाड़ रखा हुआ है, जिसकी निगरानी के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं।
बुधवार रात करीब 2 बजे आरोपी बिल्डिंग में कबाड़ी खंगाल रहे थे। तभी गार्डों को आवाज आई। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सूचना देकर आरोपियों को घेर लिया। आरोपी बिल्डिंग में ऊपर की तरफ भागे। छत का रास्ता बंद होने के कारण उन्होंने पीछे वर्कशॉप (ब्लड बैंक) की तरफ में छलांग लगा दी। विशाल और सतेंद्र नीचे गिरकर गंभीर घायल हो गए।

सुबह पिता ने अस्पताल में तोड़ा दम दोनों घायलों को तत्काल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। विशाल को सीने और सिर में काफी चोट लगी थी। डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा। गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने इसकी सूचना कंपू थाना पुलिस को दी। मृतक के परिजन भी अस्पताल पहुंचे। परिजनों का कहना है कि विशाल बिल्डिंग में कैसे पहुंचा, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। गुरुवार दोपहर को सतेंद्र भी ट्रॉमा सेंटर से लापता हो गया।
‘परिचित से पता चला कि पिता-भाई घायल हैं’
मृतक विशाल के छोटे बेटे अनुराग ने बताया कि पिता कबाड़ का काम करते थे। यहां कब और कैसे आए यह नहीं बता सकते। उसको तो यहां काम करने वाले एक दोस्त ने सूचना दी थी कि ऐसी घटना हो गई है। जिसके बाद हम अस्पताल पहुंचे। जेएएच के कर्मचारियों ने उनको अस्पताल में भर्ती कराया था।
कंपू थाना प्रभारी अमर सिंह सिकरवार का कहना है कि
जेएएच के पुरानी बिल्डिंग में चोरी के लिए घुसे युवक सुरक्षा कर्मियों से घिरने के बाद नीचे कूद गए थे। दो लोग घायल हुए थे। एक घायल की मौत हो गई है। पोस्टमार्टम कराया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।