इंदौर के बाणगंगा इलाके में बदमाशों ने एक मोबाइल शॉप में आग लगा दी। आग लगने से दुकान का आगे का बोर्ड जल गया। मामले में पुलिस ने चार बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। वह थाने में काफी देर तक परेशान होता रहा। बाद में टीआई से बात करने के बाद ही एफआईआर दर्ज की गई।
इंदौर की बाणगंगा पुलिस ने विनय यादव (निवासी शिवकंठ नगर, अग्रेसन स्कूल) की शिकायत पर राजेश (पुत्र कैलाश अहीरवार, निवासी कांकड़), अजय (पुत्र राजू चौहान, निवासी अग्रवाल कचरा प्लांट) और उनके एक अन्य साथी के खिलाफ आगजनी व विवाद करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
शिकायत में विनय ने बताया कि उनकी जय गोपाल बिल्डिंग शॉप नंबर-1, सेक्टर सांवेर रोड पर मोबाइल फाइनेंस की दुकान है। उन्होंने अजय को एक मोबाइल फाइनेंस किया था, जिसकी हर माह करीब 2 हजार रुपए किश्त थी। लेकिन अजय ने दो माह से किश्तें जमा नहीं की थीं। इस पर 8 सितंबर को अजय को बुलाकर मोबाइल दुकान पर रख लिया और कहा कि किश्तें भरने के बाद ही मोबाइल ले जा सकेगा। उस समय अजय अपने साथी राजेश और एक अन्य युवक के साथ था, जो धमकी देकर वहां से चले गए।
अगले दिन 9 सितंबर की रात करीब 2 बजे तीनों बदमाश दुकान पर पहुंचे और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आगजनी में दुकान का इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड जल गया। मामले की जानकारी स्थानीय लोगों ने दी। इसके बाद विनय ने शनिवार को थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।मारपीट की धमकी का आरोपमामले में पीड़ित अजय के परिवार का कहना है कि विनय ने उसे दुकान पर बुलाकर अभद्रता की और जबरदस्ती मोबाइल अपने पास रख लिया। बाद में उसने धमकाना शुरू कर दिया और गुंडे भी बुलाए। परिवार का आरोप है कि मोबाइल व्यापारी ने सांठगांठ कर अजय और अन्य लोगों पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई है।