पंजाब में आई भीषण बाढ़ से गांव के गांव उजड़ गए, हजारों लोग बेघर हो गए। इस दर्दनाक खबर के बाद अब शहर की कुछ मस्जिदों के इमाम साहबों ने नमाज के बाद लोगों से अपील की, मुस्लिम समाज मदद के लिए तुरंत आगे आया और महज 24 घंटे में सूफिया मस्जिद, आम वाली मस्जिद, भानपुर बिलाल मस्जिद और ब्लूमून कॉलोनी मस्जिद इस्लामिया से ट्रक भर राहत सामग्री इकट्ठी हो गई। इस सामग्री में खाने-पीने का सामान, कपड़े, जूते-चप्पल से लेकर तिरपाल तक सब कुछ शामिल है।
भोपाल दिल है और दिल से ही मदद निकलती है सूफिया मस्जिद के सुमेर खान ने भावुक होकर कहा कि यह सरमाया महज एक दिन का है। यहां हर उम्र का इंसान मदद के लिए खड़ा हुआ है। महिलाएं अपने कपड़े दे रही हैं, बच्चे खिलौने और चप्पल तक दे रहे हैं। भोपाल को हिंदुस्तान का दिल कहा जाता है और आज इस दिल ने पंजाब के भाइयों के लिए अपनी धड़कनें तेज कर दी हैं। इंसान ही इंसान के काम आता है और हम सब यही दुआ करते हैं कि अल्लाह इस कोशिश को कबूल फरमाए।

इमाम साहबों की अपील ने बदली तस्वीर मोहम्मद इब्राहिम, जो सूफिया मस्जिद के इमाम हैं, उन्होंने ने बताया कि यहां नमाज पढ़ने आने वाले लोगों से हमने अपील की और लोगों से अलग-अलग भी कहा और वॉट्सऐप पर भी संदेश भेजा। लोगों ने सुना कि पंजाब के भाइयों को हमारी मदद चाहिए, लोग अपने घरों से थैले भर-भर कर सामान लाने लगे। किसी के घर हमें जाना नहीं पड़ा, लोग खुद अपना सामान मस्जिद में रखकर गए।
- ब्लूमून कॉलोनी मस्जिद इस्लामिया के अमन ने कहा हमारे इमाम साहब मुफ्ती फहीम ने जब ऐलान किया, तो मोहल्ले की औरतों ने कहा कि हमारे पास जो भी है, वो हम देंगे। किसी ने चावल लाकर रख दिया, किसी ने साबुन और पेस्ट। कई नौजवानों ने जेब खर्च से जूते-चप्पल खरीदे और मस्जिद में जमा किए। यह सब देखकर दिल भर आया कि इंसानियत जिंदा है।
- भानपुर की बिलाल मस्जिद के मोहम्मद सलमान ने भी बताया “आबिद हसन साहब ने जब अपील की, तो ऐसा लगा जैसे पूरा इलाका उमड़ पड़ा हो। मस्जिद में लोग हाथों में थैले, गठरियां लेकर आ रहे थे। किसी ने बच्चों के कपड़े दिए, किसी ने दाल-चावल। यह नजारा बताता है कि समाज तकलीफ में पड़े इंसान को कभी अकेला नहीं छोड़ता।
हर तबके के लोग शामिल कबीर खान ने कहा-हमने सोशल मीडिया पर भी अपील की और यह भी साफ कर दिया कि यह इंसानियत की मदद है। इसमें हर धर्म के लोग हिस्सा ले सकते हैं। माशाअल्लाह, सब आगे आए। सभी इस काम में मदद कर रहे हैं। इस पूरे काम में पुलिस और प्रशासन ने भी साथ दिया। कबीर खान ने कहा “हम कलेक्टर साहब के पास परमिशन लेने गए थे, उन्होंने तुरंत हामी भरी और कहा आप आगे बढ़िए, प्रशासन आपके साथ है। यही भरोसा हमें हौसला देता है।
करीब 50 से ज्यादा वॉलंटियर दिन-रात फील्ड में जुटे हैं। अकबर खान (ह्यूमैनिटी वेलफेयर सोसाइटी), आसिफ भाई, इमरान भाई, सलमान भाई जैसे तमाम युवाओं ने सैकड़ों घरों से सामान इकट्ठा करने में बड़ी भूमिका निभाई। रात 11 बजे राहत सामग्री से भरा ट्रक भोपाल से पंजाब रवाना हुआ।
तस्वीरों में देखिए….



