आपका एम.पीटॉप-न्यूज़

आरएफ किट खरीदी घोटाले में 2 अरेस्ट, CRPF की मदद से EOW ने नई दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा

उपकरण खरीदी में धांधली करने के मामले में 2 आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। EOW की टीम ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की मदद से नई दिल्ली एयरपोर्ट से 7 जून शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

आरोपियों को दिल्ली से रीवा लाया गया, और यहां के बाद उन्हें शनिवार को अनूपपुर में विशेष न्यायालय में पेश किया गया। दोनों आरोपी जितेंद्र तिव्डी, डायरेक्टर मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड और शैलेंद्र तिवारी, गौतम नगर भोपाल के रहने वाले हैं।

यह तस्वीर तब की है, जब दस्तावेजों की जब्ती के लिए EOW की टीम तत्कालीन मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीडी सोनवानी के कार्यालय पहुंची थी।

यह तस्वीर तब की है, जब दस्तावेजों की जब्ती के लिए EOW की टीम तत्कालीन मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीडी सोनवानी के कार्यालय पहुंची थी।

अनूपपुर में किया गया था फर्जीवाड़ा

अनूपपुर में 10999 रुपए में मिलने वाले जंबो साइज के ऑक्सीजन सिलेंडर को 16900 रुपए में और 68 रुपए कीमत वाली आरएफ किट 4156 रुपए में खरीदी गई थी। यहां 14 उपकरणों की खरीदी मप्र पब्लिक हेल्थ कार्पोरेशन ने अप्रूव्ड रेट से कई गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी थी।

यह खुलासा अनूपपुर में साल 2019 से 2022 के बीच खरीदे गए उपकरणों की जांच में हुआ था। मामले की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने की थी। EOW ने जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन CMHO, एडीएम के खिलाफ केस दर्ज किया था। साथ ही उपकरणों की सप्लाई करने वाली 3 फर्म के 5 संचालकों के खिलाफ FIR की थी। ये सभी भोपाल निवासी हैं।

7 करोड़ के बजट से 778 उपकरण खरीदी

EOW की जांच रिपोर्ट के मुताबिक- अनूपपुर जिला अस्पताल और दूसरी स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने उपकरणों की खरीदी की गई। इसके लिए प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत 7 करोड़ 11 लाख रुपए से ज्यादा का बजट दिया था। जिसकी खरीदी तत्कालीन CMHO डॉ. बीडी सोनवानी, सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते और ADM बीडी सिंह ने की।

778 प्रकार के उपकरणों की खरीदी के ऑर्डर भोपाल के गौतम नगर में रहने वाली एक फैमिली की 3 फर्मों को दिया गया। वहीं, एक उपकरण की खरीदी कटनी की फर्म से की गई। जिसमें मप्र पब्लिक हेल्थ कार्पोरेशन भोपाल के अप्रूव्ड रेट को दरकिनार किया गया, और 61 गुना महंगी दर पर मशीनों की खरीदी की गई। उपकरण खरीदी के इस मामले में 33 लाख रुपए से ज्यादा का फायदा संबंधित फर्मों को हुआ है।

रीवा EOW ने की थी जांच, 13 को बनाया आरोपी

नवंबर 2019 में अनुपपुर जिला स्वास्थ्य विभाग ने खरीदी टेंडर जारी किए थे। टेंडर 5 लोगों ने डाले थे। चार की निविदाएं खोली नहीं गई और एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाया गया। करीब 7 करोड़ के इस टेंडर में 5 करोड़ का भुगतान कर भी दिया गया। इसके बाद दिसंबर 2020 में आर्थिक अपराध शाखा भोपाल में इस मामले की शिकायत हुई। जांच के बाद मार्च 2021 में रीवा EOW में जीरो पर केस रजिस्टर्ड किया गया था।

जांच के लिए रीवा आर्थिक अपराध शाखा को अधिकृत किया गया था। 3 अगस्त 2023 को अनूपपुर सीएमएचओ दफ्तर में टीम पहुंची थी। तब वहां तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. बीडी सोनवानी मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने उनकी मौजूदगी में फर्जीवाड़े से जुड़े दस्तावेजों को जब्त किया था। इस कार्रवाई को आशीष मिश्रा सब इंस्पेक्टर, घनश्याम त्रिपाठी हेड कांस्टेबल के नेतृत्व में टीम ने अंजाम दिया था। चार साल तक चली लंबी जांच के बाद भोपाल EOW ने इस मामले में 27 मार्च 2024 को असल कायमी करते हुए 13 लोगों को आरोपी बनाया है।

https://www.highratecpm.com/npsxwf16?key=565d06ab35720384afe881c0e7364770