Russia attack on Ukraine: यूक्रेन में फंसे शाजापुर के भी युवा, परिजनों को सकुशल स्वदेश लौटने का इंतजार
Russia attack on Ukraine: शाजापुर। यहां कई जगह धमाके हुए हैं, हालात ठीक नहीं हैं। ब्लैक आउट की स्थिति है, पता नहीं मोबाइल अब चार्ज हो पाएगा या नहीं। मोबाइल बंद हुआ तो आपसे कब बात हो पाएगी इसका पता नहीं। फ्लाइट स्थगित कर दी गई है, यह कब शुरू होगी इसे लेकर कोई बता नहीं पा रहा है।
यह दर्द यूक्रेन में फंसे शाजापुर के उन दो युवाओं के हैं, जो कि उच्च शिक्षा के लिए वहां गए हुए हैं। परिजन युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे अपने इन बच्चों को लेकर काफी चिंतित हैं। यूक्रेन में फंसे बच्चों की सलामती के लिए परिजन भगवान से कामना कर रहे हैं तो अपने स्तर से उन्हें सुरक्षित लाने के लिए हर संभव गुहार लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि हमें पूर्ण विश्वास है कि बच्चों को भारत सरकार सकुशल ले आएगी।
बीते दिनों तक यूक्रेन में सब कुछ ठीक था, लेकिन अब तेजी से वहां के हालात बदले हैं। यूक्रेन युद्ध की चपेट में आ गया। इसके चलते अब लोग अपने-अपने देशों की और लौट रहे हैं। शाजापुर के आदर्श कॉलोनी निवासी प्रतापसिंह गोहिल के पुत्र राजवीरसिंह गोहिल यूक्रेन के खारकिव में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। वह वहां एक होस्टल में रहते हैं। राजवीर के स्वदेश लौटने के लिए काफी प्रयासों के बाद 27 फरवरी की फ्लाइट बुक हो पाई।
यह फ्लाइट भी सीधे भारत नहीं आती। करीब तीन बार फ्लाइट बदलना पड़ेगी। फ्लाइट टिकट भी सामान्य से तीन गुना ज्यादा में हुई। टिकट कंफर्म होने पर यह राहत रही कि 27 फरवरी को वहं अपने देश के लिए निकल जाएंगे। लेकिन वे जिस होस्टल में रूके हुए हैं उसके समीप ही छह धमाके हो गए। जानकारी लगी कि अब फ्लाइट भी आना जाना स्थगित हो गई है। पिता प्रतापसिंह गोहिल से राजवीर ने फोन पर चर्चा करते हुए कहा कि पापा ब्लैक आउट की स्थिति है। बिजली नहीं होने से मोबाइल चार्ज भी नहीं हो पाएगा। ऐसे में संपर्क करना मुश्किल होगा।
व्यवसायी प्रतापसिंह गोहिल ने बताया कि राजवीर के सुरक्षति घर वापसी के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद महेंद्रसिंह सोंलकी, राज्य शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार से भी संपर्क किया है। सभी ने बच्चों को सुरक्षति घर वापसी के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही है। दूतावास में भी राजीवर के पासपोर्ट सहित अन्य जानकारियां दी है। राजवीर सहित अन्य सभी वे लोग जो यूक्रेन में है उनकी सुरक्षति घर लौटे यहीं ईश्वर से कामना है।
मिसाइल हमला होने पर एयरपोर्ट से सभी को हटाया
शहर के नई सड़क निवासी शेरू दुबे की पुत्री खुशी दुबे विगत तीन साल से जेफ्रोजिया मेडिकल यूनिसवर्सिटी में 2019 से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। 22 फरवरी को खुशी को फ्लाइट से स्वदेश लौटना था। लेकिन उक्त फ्लाइट की टिकट केवल क्रेडिक कार्ड से होने से टिकट 24 फरवरी शुक्रवार की हो पाई।
शेरू दुबे ने बताया कि खुशी ने जेफ्रोजिया से शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव तक का 10 घंटे सफर किया। इसके पश्चात जब वह एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रही थी इसी दौरान एयरपोर्ट के समीप ही मिसाइल हमला हुआ। ऐसे में यूक्रेन की सेना ने एयरपोर्ट से सभी लोगों को वहां से हटा दिया। उन्होंने बताया कि यदि दो घंटे पहले फ्लाइट होती तो खुशी की फ्लाइट से निकल चुकी होती लेकिन समीप ही हमला होने से तय समय पर जाने वाली फ्लाइट कैंसिल हो गई।
बस स्टैंड पर रूकना पड़ा
एयरपोर्ट से निकलने के बाद खुशी व कई लोग कीव के बस स्टैंड पर रूके हुए हैंं। वहां के हालात ठीक नहीं है। फ्लाइट भी स्थगित चल रही है, लाइट नहीं है। यूक्रेन में जो हालात हैं उसे देखकर हमें हमारी बेटी खुशी को लेकर काफी चिंता है। हम लगातार टीवी पर वहां के हालातों पर नजर रखे हुए हैं। जहां भी संभव हो वहां पर संपर्क कर रहे हैं। हमारी भारत सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे भारतीयों को जल्द से जल्द लाने का प्रयास करें।