भोपाल में कबाड़ा कारोबारी ने किया सुसाइड अटेम्पट
भोपाल में कबाड़ा कारोबारी ने जहरीला पदार्थ पीकर सुसाइड अटेम्पट किया। उसके बेटे ने शाहपुरा पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर पिता द्वारा खुदकुशी के प्रयास के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने कारोबारी पर चोरी का माल खरीदने के आरोप में कार्रवाई की है। बेटे का आरोप है कि इसी कार्रवाई से बचाने के एवज में डरा धमकाकर 40 हजार रुपए की वसूली गई। इसके बाद केस भी दर्ज कर दिया। यहां तक की मुझे भी थाने में बंद कर डराया और धमकाया गया। करियर बर्बाद करने की भी धमकी दी गई। अस्पताल की ओर से मामले की सूचना बागसेवनिया थाने में दी गई है। आज पुलिस कबाड़ी और उसके परिवार के बयानों को दर्ज करेगी।
ग्राम अमराई में रहने वाले राजकुमार दुवारे (48) निवासी शक्ति नगर में स्क्रेप कारोबार करते हैं। उनका बेटा आकाश दुवारे (22) एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। आकाश ने बताया कि मैं 14 अगस्त की सुबह पिता की दुकान पर बैठा था। सुबह करीब नौ बजे शाहपुरा थाने की पुलिस दुकान पर आई। बाइक से आए दो पुलिसकर्मी मुझे साथ गाड़ी में बिठाकर थाने ले गए और बताया कि एक मंदिर में रखी प्रतिमा के गले का सांप चोरी हुआ है। यह चोरी का सांप उन्होंने खरीदा है। तब मैने बताया कि दुकान का संचालन पिता करते हैं। उन्हें घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद भी पुलिसकर्मी थाने ले गए।
पिता को बेटे का भविष्य खराब करने की धमकी दी
आकाश को थाने में बैठाने के बाद पुलिस ने पिता को फोन कर थाने बुलाया। धमकी दी कि उनके बेटे को जेल भेज देंगे। इससे उसका भविष्य खराब हो जाएगा। आकाश का आरोप है कि मुझे बचाने के एवज में पिता से 40 हजार रुपए की मांग की गई। घबराए पिता ने 40 हजार की रकम पुलिसकर्मी को दे दी। यह रकम पुलिसकर्मी ने थाने में रखे एक ऑल आउट के डिब्बे में रख देने की बात कही थी। पिता द्वारा डिब्बे में रकम को रखते ही पुलिसकर्मी इस बॉक्स को लेकर चलता बना। कुछ ही देर में मुझे छोड़ दिया।
CCTV कैमरे बंद कराने का बोलकर दुकार पर पहुंची पुलिस
आकाश ने बताया कि 14 अगसत की शाम को पुलिस पिता को सरकारी बोलेरो दुकान लाई। इससे पहले पिता के नंबर से मुझे कॉल आया। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद करने की बात कही। इसके बाद दुकान आई पुलिस ने सर्चिंग की वीडियोग्राफी की और पिता को लेकर लौट गए। बाद में उन पर चोरी का माल खरीदने के आरोप में कार्रवाई की और थाने से जमानत पर छोड़ दिया।
अगले दिन राजकुमार ने पिया पाइजन
16 अगस्त की शाम करीब साढ़े 6 बजे राजकुमार घर पहुंचे और थोड़ी देर बाद अचानक सोफे पर बेसुध होकर गिर गए। परिवार वाले उन्हें इलाज के लिये बागसेवनिया स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में उनकी जेब चैक करने पर एक पर्चा मिला। इस पर्चे में उन्होंने लिखा कि टीआई साहब और उनके करीबी पुलिस वाले ने जबरन 40 हजार रुपए वसूले और केस भी दर्ज कर दिया। मेरी मौत के लिए यह जिम्मेदार होंगे। हालांकि राजकुमार की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। आज उसे अस्पताल के आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
थाना प्रभारी बोले पुराना अपराधी है राजकुमार
शाहपुरा थाने के टीआई रघुनाथ सिंह ने बताया कि राजकुमार कार्रवाई से बचने कस्टडी के दौरान भी तरह-तरह के दबाव बना रहा था। उसकी दुकान से मंदिर से चोरी किया नाग बरामद किया गया है। उसके खिलाफ धारा 411 के तहत कार्रवाई की है। चोर ने भी अपने बयानों में इस बात का खुलासा किया था कि चोरी का माल रघुनाथ को बेचा था। राजकुमार के खिलाफ पूर्व में भी चोरी का माल खरीदने के कई केस दर्ज हैं।