भोपाल में प्रिंटिंग प्रेस संचालक की सुसाइड का मामला
भोपाल की गौतम नगर थाना क्षेत्र स्थित बाबा शादी हॉल के पास प्रिंटिंग प्रेस संचालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटनास्थल से पुलिस को सुसाइड नोट मिला था। इसमें तीन लोगों पर उधारी की रकम नहीं लौटाने की बात कही है। जिससे परेशान होकर सुसाइड का भी जिक्र है।
बताया जा रहा है कि मृतक पर करीब 50 लाख रुपए के अलग-अलग लोन थे। लेनदारों से रकम नहीं मिलने के कारण वह बैंक में डिफॉल्टर हो चुका था। उसकी संपत्ति की कुर्की की नौबत हा चुकी थी। इससे दुखी होकर उसने खुदकुशी की है।
EWS करोंद निवासी रविंद्र कुशवाह (55) की एक प्रिंटिंग प्रेस एमपी नगर इलाके में है। दूसरी प्रेस गौतम नगर थाना क्षेत्र में है। प्रिंटिंग का काम अधिक होने के कारण वह रात में भी काम करते थे। गुरुवार रात करीब दस बजे वह प्रिंटिंग प्रेस से काम करने के बाद घर चले गए थे। शुक्रवार सुबह कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो कर्मचारी ने खिड़की से झांककर देखा था। भीतर रविंद्र कुशवाह फांसी के फंदे पर लटके नजर आए।
कर्मचारी ने पुलिस को बताया था मालिक उधारी डूबने से दुखी थे
कर्मचारी महेंद्र अहिरवार ने बताया कि उनके मालिक रविंद्र कुशवाह ने उधार रकम लेकर एक कंपनी के लिए फ्लेक्स व प्रिंटिंग संबंधी दूसरे काम करके दिए थे। माल की सप्लाई होने के बाद भी कंपनी पेमेंट नहीं कर रही थी। इसी बात से रविंद्र कशवाह दुखी व तनाव में रहने लगे थे।
भाई बोला- सुसाइड नोट में हैं तीन नाम
मृतक के भाई देवेंद्र कुशवाह ने बताया कि भाई ने 8 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा था। शव मिलने के अगले दिन पुलिस ने दुकान की तलाशी लेकर इस सुसाइड नोट को जब्त किया था। जिसमें कर्ज से तंग होने, उधारी लेने वालों द्वारा रकम नहीं लौटाने का जिक्र है। इस नोट में प्रमुख रूप से देवास के एक वेंडर मनीष का जिक्र है।
सुसाइड नोट में लिखा है कि मनीष ने लाखों रुपए की उधारी ले रखी है। अब रकम नहीं लौटा रहा है। तकादा करने पर धमकाता है। सुसाइड नोट में दो अन्य लोगों के नाम भी हैं। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।