कोलार रोड स्थित विद्यांचल एकेडमी में बुधवार को कुछ बच्चे आपस में भिड़ गए। इस दौरान एक बच्चे की आंख में चोट आ गई। विवाद के दौरान क्लास में टीचर मौजूद नहीं थे। घटना सुबह करीब 8.30 बजे की है। इसके बाद स्कूल ने परिजनों को 10 बजे इसकी जानकारी दी। परिजन बच्चे को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद 5 टांके लगाए। साथ ही आंख के पास चोट होने के कारण आई स्पेशलिस्ट को दिखाने की सलाह दी गई।
क्लास से टीचर गायब, आपस में भिड़े बच्चे:आंख के पास 5 टांके आए, परिजन का आरोप- स्कूल प्रबंधन ने डेढ़ घंटे बाद जानकारी दी
भोपाल4 घंटे पहले

कोलार रोड स्थित विद्यांचल एकेडमी में बुधवार को कुछ बच्चे आपस में भिड़ गए। इस दौरान एक बच्चे की आंख में चोट आ गई। विवाद के दौरान क्लास में टीचर मौजूद नहीं थे। घटना सुबह करीब 8.30 बजे की है। इसके बाद स्कूल ने परिजनों को 10 बजे इसकी जानकारी दी। परिजन बच्चे को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद 5 टांके लगाए। साथ ही आंख के पास चोट होने के कारण आई स्पेशलिस्ट को दिखाने की सलाह दी गई।
घायल छात्र का नाम हर्ष मालवीय है, जो पांचवीं कक्षा का छात्र है। हर्ष के पिता सतीश मालवीय के अनुसार, डेढ़ घंटे तक स्कूल ने कोई प्राथमिक उपचार नहीं दिया। वे पहले मामले को दबाना चाहते थे। लेकिन जब बच्चे की चोट से खून लगातार आता रहा तो उन्होंने 10 बजे फोन किया। बताया गया कि बच्चा खुद खेलते हुए गिर गया। लेकिन बच्चे ने डर के कारण पहले यह कहा, बाद में बताया कि उसे मारा गया है।
पहले शिक्षकों पर लगा आरोप परिजनों को जैसे ही बच्चे ने बताया कि उसको मारा गया है, वे नाराज हो गए। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन और 112 पर कॉल कर शिकायत की। जिसमें स्कूल के शिक्षकों पर बच्चे की बेरहमी से पिटाई का आरोप लगाया गया। बच्चे के पिता सतीश ने बताया कि वे थाने भी गए, जहां उन्हें यह कहा गया कि स्कूल के खिलाफ सीधे एफआईआर नहीं कर सकते।
मामला बढ़ता देख, स्कूल प्रबंधन ने सतीश को स्कूल बुलाया और जानकारी दी कि बच्चे क्लास में आपस में लड़ गए थे, जिसमें बच्चे को यह चोट आई है। उन्होंने सतीश को मामले का वीडियो भी दिखाया। हालांकि, मामले में स्कूल प्रबंधन से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके ऑफिस का नंबर स्विच ऑफ आ रहा है।
आंख को भी नुकसान पहुंचा परिजन सतीश ने बताया कि कोलार में जिस अस्पताल में उन्होंने टांके लगवाए, वहां आई स्पेशलिस्ट नहीं था। ऐसे में वे बच्चे को लेकर एमपी नगर स्थित निजी अस्पताल आए। यहां करीब डेढ़ घंटे तक बच्चे की जांच चली। जिसके बाद आई स्पेशलिस्ट ने उन्हें बताया कि आंख में अंदरूनी चोट आई है, जिससे बच्चे को धुंधला नजर आ रहा है। बाहरी चोट में कुछ आराम मिलने पर इसे ठीक करने के लिए सर्जरी करनी पड़ेगी।
पेरेंट्स का गुस्सा, स्कूल प्रबंधन पर आरोप घटना के बाद अभिभावकों में गहरी नाराजगी है। पेरेंट्स ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बच्चे की सुरक्षा के लिए निजी स्कूलों को इतनी अधिक फीस चुकाते हैं। फीस देने में देरी हो तो फाइन भी लगाया जाता है। लेकिन जब बच्चे को स्कूल की लापरवाही के कारण परेशानी हो तो, इसके लिए जिम्मेदारी कोई नहीं लेता है। ना कोई कार्रवाई होती है। यह बच्चों और पैरेंट्स के साथ धोखा है। उन्होंने कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन की चेतावनी दी।