साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम और लोगो (मोनो) का उपयोग कर टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर बच्चों को 10वीं और 12वीं के पेपर देने के झांसे में रुपए ऐंठने वाले एक आरोपी को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने टेलीग्राम पर @mpboardofficialyt और @mpboardofficialls नाम से ग्रुप बनाए और माध्यमिक शिक्षा मंडल के लोगो (मोनो) का उपयोग कर बच्चों को 10वीं और 12वीं के पेपर देने का झांसा दिया। बच्चों से 500 से 1000 रुपए फर्जी खातों में जमा करवाए गए। पैसे लेने के बाद आरोपी बच्चों को गुमराह करते हुए सैंपल पेपर भेजते थे।
अभी तक दो आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम ने तकनीकी विश्लेषण और मैदानी स्तर पर जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर आरोपी दीपांशु कोरी (19) को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से 2 मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड जब्त किए गए। इससे पहले भिंड के शिवम यादव (20 वर्ष) को भी गिरफ्तार किया था। अब तक 4 टेलीग्राम ग्रुपों पर कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
साइबर क्राइम के अनुसार आरोपी टेलीग्राम एप पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम का एवं लोगो (मोनो) का प्रयोग कर टेलीग्राम ग्रुप वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का झांसा देकर 500 रुपए, 1000 रुपए में खातों में रुपए देने पर प्राइवेट ग्रुप में एड कर प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का झांसा देकर पैसे लिए जा रहे थे। ये पैसे टेलीग्राम के माध्यम से प्राप्त फर्जी खातों में क्यू आर कोड के माध्यम से लिए जा रहे थे।
आरोपी ने अब तक की 2 लाख रुपए की ठगी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 12वीं पास करने के बाद नीट की तैयारी कर रहा था, लेकिन पैसों की जरूरत के चलते उसने टेलीग्राम और यू-ट्यूब पर पेपर लीक के जरिए ठगी का तरीका सीखा। आरोपी ने टेलीग्राम पर @एमपीबोर्डऑफिशियलिट और @एमपीबोर्ड ऑफिशियल्स नाम से ग्रुप बनाकर छात्रों को ठगना शुरू किया। छात्रों को यकीन दिलाने के लिए उसने ग्रुप पर माध्यमिक शिक्षा मंडल (MASHIM) का लोगो लगाया और सेंपल पेपर दिखाकर उनसे रकम वसूली। अब तक की जांच में करीब 150 छात्रों को ठगे जाने की जानकारी सामने आई है।
एडिशनल डीसीपी क्राइम शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया-
आरोपी अब तक 1.50 से 2 लाख रुपए ठग चुका है। आरोपी के पिता किराने की दुकान चलाते हैं। पुलिस आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
500 से 1000 रुपए तक वसूली जांच अधिकारी अंकित नायक के अनुसार, आरोपी टेलीग्राम ग्रुप पर सेंपल पेपर उपलब्ध कराकर उसे बोर्ड परीक्षा का पेपर बताता था और छात्रों से 500 से 1000 रुपए तक वसूलता था। आरोपी क्यूआर कोड भेजकर रकम मंगवाता था। पुलिस इन खातों की जांच कर रही है और संभावना है कि इसमें बड़ा लेनदेन सामने आ सकता है।

यह हैं आरोपी
दीपांशू कोरी (19 वर्ष), निवासी: छिंदवाड़ा
- शिक्षा: 12वीं
- भूमिका: टेलीग्राम ग्रुप बनाकर बच्चों को पेपर देने का झांसा देना और फर्जी खातों में पैसे डलवाना।
शिवम यादव (20 वर्ष), निवासी: भिंड
- शिक्षा: 12वीं
- भूमिका: टेलीग्राम ग्रुप बनाकर बच्चों को ठगना।
अभिभावकों और छात्रों से सतर्क रहने की अपील
सायबर क्राइम ब्रांच ने अभिभावकों और छात्रों से सतर्क रहने की अपील की है। ऐसी घटनाओं की सूचना साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 9479990636 या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें। साइबर क्राइम अधिकारियों का कहना है कि टेलीग्राम ग्रुप्स में जुड़कर पेपर खरीदना न केवल परीक्षा में फेल होने का खतरा बढ़ा सकता है, बल्कि छात्रों का करियर भी दांव पर लग सकता है।
धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। भोपाल साइबर क्राइम के पास कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए फर्जी पेपर बेचने की जानकारी सामने आई है। पिछले साल भी इस तरह की शिकायतों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
अब टेलीग्राम से संबंधित ग्रुप्स की जानकारी मांगी जा रही है, ताकि उन पर सख्त कार्रवाई की जा सके। साइबर टीम ने टेलीग्राम पर पांच एक्टिव ग्रुप्स के खिलाफ FIR भी दर्ज की है।
कार्रवाई में निरीक्षक अशोक मरावी, निरीक्षक सुनील मेहर, उपनिरीक्षक अंकित नायक, सहायक उपनिरीक्षक पी. चिन्ना राव के अलावा प्रतीक उईके, आशीष मिश्रा, सूरज पारा, अजीत राव, रवि माहेश्वरी, सुमित समद, अभिषेक, रुपेश पटेल शामिल थे।