इंदौर क्राइम ब्रांच ने डॉक्टर सुभाष सोनकेसरिया से 1 करोड़ 72 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। डॉ. सुभाष ने मामले में राकेश सुमन के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करवाई थी। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर डाॅक्टर से रुपए वसूले थे।
एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि धोखाधड़ी करने वाले आरोपी राकेश पुत्र विजय कुमार सुमन निवासी सिगांपुर ग्रीन व्यू प्रीमियम एनेक्स लसुड़िया मूलरूप से चंदेरी अशोकनगर का रहने वाला है। उसने डॉक्टर से पत्नी जया और अन्य दो रिश्तेदार महिलाओं की नौकरी लगवाने के नाम पर 1 करोड़ 72 लाख 62 हजार से अधिक की ठगी की थी। राकेश सुमन 9 वीं तक पढ़ा है। उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह पहले पुरातत्व विभाग भोपाल में स्मारक परिचर के पद पर पदस्थ थे। राकेश को पुरात्तव विभाग के कागजातों की पहचान थी। वह डॉक्टर सुभाष से मिला तो इंडेक्स मेडिकल काॅलेज इंदौर में ड्राइवरी करता था। उसने बताया कि उसकी यहां अच्छी पहचान है। पुरातत्व विभाग में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर डॉक्टर सुभाष को ठग लिया।
इन आरोपियों की तलाश
क्राइम ब्रांच को इस मामले में सुभाष की महिला साथी रत्ना तिवारी,सीमा तिवारी और उमिला तिवारी की तलाश है। जो खुद को रेलवे में अफसर बताकर डॉक्टर सुभाष से मिली थी। इनके साथ डीके सिंह और लाल बहादुर सक्सेना और मनोज कुर्मी भी मिले। इन सब के पास फर्जी नियुक्ति पत्र,फर्जी आईडी और प्रमोशन आर्डर थे। क्राइम ब्रांच के अफसर अब इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।