‘अंग्रेज चाहते थे, भारत में गृह युद्ध हो जाए’
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर भोपाल में रन फॉर यूनिटी का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टीटी नगर स्टेडियम में राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई। इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, खेल मंत्री विश्वास सारंग, सीएस अनुराग जैन, डीजीपी सुधीर सक्सेना मौजूद थे।
सीएम बोले- सरदार पटेल ने अपनी युक्ति से रियासतों को एक किया कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- आज धन्वंतरि जयंती है। आज कितना सुखद दिन है। इस देश का स्वास्थ्य का ध्यान आजादी के साथ सरदार पटेल ने रखा था। अंग्रेजों ने 14 अगस्त को पाकिस्तान अलग कर दिया था यानि ये संकेत दिया था कि सारी रियासतें अलग होकर इस देश में गृह युद्ध हो जाए। उस युद्ध को बचाते हुए अपनी बुद्धि से सारी रियासतों को दो साल से भी कम समय में मिलाकर इस देश को जो स्वरूप दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के विराट व्यक्तित्व को समाज में पुर्नस्थापित करने के लिए रन फॉर यूनिटी का काम किया।
वीडी बोले- धारा 370 की टीस सबके मन में थी, मोदी ने हटाई बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- सरदार पटेल ने देश को एक सूत में बांधा। आजादी के बाद एक टीस थी, जम्मू कश्मीर में धारा 370। भारत पर बड़ा प्रश्न था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 हटाकर संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने का काम किया। आज सरदार पटेल की जन्म जयंती पर पूरा देश दौड़ रहा है।
पटेल ने देश की एकता के लिए 500 रियासतों को मिलाया
कार्यक्रम में खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा- इतिहास इस बात का गवाह है, हजारों कुर्बानियों के बाद भारत आजाद हुआ। आजादी अंग्रेजों ने चांदी की तश्तरी में रखकर नहीं दी थी। हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी कुर्बानी दी थी। तब आजादी हमारे कंधों पर आई। आजादी मिलने के बाद बहुत सारी रियासतें, राजा, रजवाडे़ थे। जिन्होंने इस देश में मिलने में भिन्नता का विचार रखा था। उस समय एक लौह पुरुष आया। जिन्होंने देश की आजादी के लिए बड़ा संघर्ष किया और 500 से ज्यादा रियासतों को हिन्दुस्तान में मिलाने का काम किया। उनका नाम था सरदार वल्लभ भाई पटेल।
आजादी का श्रेय एक परिवार को देने का षड्यंत्र किया गया विश्वास सारंग ने कहा- सरदार पटेल की जयंती पर 31 अक्टूबर को पूरे देश में रन फॉर यूनिटी का कार्यक्रम पिछले कई सालों से हो रहा है। इस बार 31 अक्टूबर को दीवाली है। इसलिए यह कार्यक्रम 29 अक्टूबर को हो रहा है। हम सरदार पटेल के राष्ट्रीय एकता संकल्प को दोहराते हुए इस दौड़ में शामिल हो रहे हैं। आजादी के बाद इस देश के इतिहास को बदलने का प्रयास हुआ था। आजादी का श्रेय केवल एक परिवार को मिले, इसके लिए बड़ा षड्यंत्र किया गया था। लेकिन जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने हर एक क्रांतिकारियों को सही रूप में इतिहास में दर्ज किया। जिन्होंने इस देश की आजादी के लिए काम किया।
दीवाली की छुट्टी के चलते दो दिन पहले हुआ आयोजन
31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के दिन ही दीपावली का पर्व भी है। इस वजह से 29 अक्टूबर को रन ऑफ यूनिटी का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने और देश की एकता के मंत्र के साथ ही फिटनेस के मंत्र को भी हर तरफ फैलाने की अपील की है। राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली शपथ और रन फॉर यूनिटी के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जिलों में भी यह आयोजन हो रहे हैं। जिन जिलों में विधानसभा उप चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, वहां आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रन फॉर यूनिटी में हजारों लोग शामिल हुए रन फॉर यूनिटी का रूट तय किया गया है कि खेल स्टेडियम से कमला नेहरू स्कूल होकर टॉप एंड टाउन, रोशनपुरा चौराहा से वापस अपेक्स बैंक होते हुए खेल स्टेडियम पर समापन हुआ। रन फॉर यूनिटी में हजारों की संख्या में युवा, खिलाड़ी, कोच, स्कूली बच्चे, टीचर्स आदि शामिल हुए।