छतरपुर में दो छात्रों ने प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना की मौके पर ही मौत हो गई। मामला धमौरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है। वारदात के बाद आरोपी छात्र प्रिंसिपल की स्कूटी लेकर भाग निकले। आरोपी ढिलापुर गांव का रहने वाले हैं।
एक टीचर ने बताया कि एक आरोपी 12वीं का छात्र है। प्रिंसिपल ने उसके पिता को कई बार बुलाकर कहा था कि आपका बेटा अनुशासनहीन है। इसे संभाल लो। इधर, वारदात के कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने एक आरोपी छात्र को पकड़ लिया गया है। ओरछा थाना प्रभारी ने बताया कि उससे पूछताछ की जा रही हैं।
एसपी अगम जैन ने बताया कि FSL और पुलिस की टीम जांच कर रही है। स्टॉफ और अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई है। आरोपियों का पूर्व का रिकॉर्ड भी निकलवा रहे हैं। प्राथमिक जांच में और भी पॉइंट निकलकर आए हैं, उनकी पुष्टि की जा रही है।

प्रिंसिपल के भाई ने कहा- ये प्लान्ड मर्डर प्रिंसिपल के छोटे भाई राजेंद्र सक्सेना ने कहा कि मेरे भाई इसी स्कूल में करीब 4-5 साल से पोस्टेड थे, लेकिन कुछ लोग उन पर अनावश्यक दबाव डालते थे। गलत काम करवाने के लिए उनको प्रताड़ित करते थे।
स्कूल का गेट हमेशा बंद रहता है, लेकिन आज खुला रखा गया। कोई भी एंट्री करे, कोई भी चला जाए। मुझे लगता है कि यह प्लान के तहत मर्डर करवाया गया है, ताकि आरोपी वारदात कर आसानी से भाग सकें।
स्कूल का कोई व्यक्ति साजिश में शामिल
प्रिंसिपल के छोटे भाई ने कहा कि यह कैसे संभव है कि स्कूल में क्लास चल रही हैं, टीचर यहां पर हैं और किसी ने घटना होते हुए नहीं देखी? यह संभव नहीं है। मुझे पूरा संदेह है कि स्कूल का कोई व्यक्ति इस साजिश में शामिल है। मैं एसपी और पुलिस प्रशासन से निवदेन करता हूं कि जो वारदात में शामिल हैं उनको जल्द पकड़ा जाए।
आरोपी ने पहले मेरे भाई को मारा फिर उनके ऑफिस में आया और स्कूटी की चाबी तलाशी, हेलमेट और टिफिन को फेंका, कुर्सी को तोड़ने का प्रयास किया। इसके बाद आरोपी आराम से स्कूटर लेकर चले गए।
घटना से जुड़ी 4 तस्वीरें




टीचर ने कहा-12वीं के छात्र पर संदेह स्कूल में पदस्थ टीचर हरिशंकर जोशी ने बताया कि मैं साक्षरता अभियान के सर्वे में गया हुआ था। वहां से लौटते समय मुझे स्टूडेंट्स घर जाते दिखे। मैंने उनसे पूछा कि छुट्टी क्यों कर दी गई, तो उन्होंने बताया कि किसी ने प्रिंसिपल को गोली मार दी। मैंने तत्काल 100 डायल और 108 को कॉल किया। साहब का किसी से कोई विवाद नहीं था। बहुत अच्छे व्यक्ति थे। साथ में पढ़ने वाले स्टूडेंट ने बताया कि आरोपी लड़का 12वीं क्लास में पढ़ता है। उसने भागते समय बच्चों को गवाही नहीं देने की धमकी दी थी।