स्टेशन बजरिया इलाके में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक शातिर नकबजन रेलवे के सीनियर सीसीटीसी के सूने मकान के दरवाजे का कुंदा तोड़कर अंदर घुस गया। जब उसे रंगेहाथों पकड़ा गया, तो उसने चादर से लटककर फांसी लगाने की कोशिश की।
उसे आश्वासन दिया गया कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब वह दरवाजा खोलकर बाहर आया। भीड़ ने आरोपी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उसने घर से करीब 1.15 लाख रुपए के जेवर चोरी किए थे। आरोपी के खिलाफ नकबजनी का मामला दर्ज किया गया है।
बजरिया पुलिस के मुताबिक, मूलतः नरसिंहपुर निवासी रोहित कुमार सिलावट पार्श्व स्तुति कॉलोनी, कोच फैक्टरी रोड बजरिया में रहते हैं। रोहित रेलवे में सीनियर सीसीटीसी के पद पर भोपाल में पदस्थ हैं
उन्होंने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार की दोपहर अपनी बहन को लेने हमीदिया अस्पताल गए थे।
पुलिस में आरक्षक उनकी पत्नी करीब 12:15 बजे ताला लगाकर अपनी ड्यूटी जिला अदालत गई थीं। रोहित अपनी बहन के साथ दोपहर 1:15 बजे घर पहुंचे। घर का ताला खुला था और घर के दोनों दरवाजे अंदर से बंद थे। रोहित को शंका हुई, तो उन्होंने शोर मचाया। खिड़की से अंदर देखा, तो एक अज्ञात व्यक्ति बाथरूम में जाता दिखा। शोर सुनकर मकान मालिक मुकेश कुमार अहिरवार और कॉलोनी के कई लोग इकट्ठे हो गए।
चोर बोला-यहीं फांसी लगाकर सबको फंसा दूंगा…
घर के बाहर खिड़की से कई लोगों को देखकर घर के अंदर चोरी करने घुसा व्यक्ति कहने लगा कि यदि आप लोगों ने मुझे पकड़ा, तो मैं यहीं फांसी लगा लूंगा। उसने कहा कि सबको फंसा दूंगा। बेड पर बिछी चादर उठाकर पंखे में फंसा ली और लटकने लगा। तभी स्वयं चादर से छूटकर नीचे गिरा, तो सोफे का कोना उसके माथे पर लगा और खून निकलने लगा।
इसके बाद लोगों ने उससे कहा कि ठीक है, तुम्हें कुछ नहीं करेंगे, तुम बाहर आ जाओ। वह घर का दरवाजा खोलकर बाहर आ गया। उसके पास एक काले रंग का बैग भी था। उसे अपना नाम कपिल छावड़ा निवासी पटवारी कॉलोनी बड़वाह बताया। इसके बाद किसी ने डायल-100 पुलिस को सूचना दे दी। उसी समय रोहित की पत्नी भी आ गईं।
उन्होंने अंदर जाकर सामान चेक किया, तो देखा कि अलमारी का लॉक टूटा था। लॉकर में रखे सोने के चार कंगन, एक मंगलसूत्र, एक जोड़ चांदी की बिछिया और एक जोड़ चांदी की पायल, कीमती लगभग 1.15 लाख रुपए, लॉकर में नहीं थे। शातिर चोर कपिल दिनदहाड़े 12:15 से 01:15 बजे के बीच घर के दरवाजे का कुंदा तोड़कर चोरी की नियत से अंदर घुसा था।