‘कुछ दिन बाद बेटी की शादी है। इसलिए मैं और परिजन इंदौर में खरीदारी करने गए थे। इसी दौरान देवर और सास ने घर की सीढ़ियां तोड़ दी। जिससे बच्चे 2 दिन से घर में ही फंस गए हैं। साहब आप कार्रवाई करें।’
यह गुहार सपना धोलपुरे निवासी सुदामा नगर कोटरा सुल्तानाबाद ने मंगलवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से लगाई। सपना रोते हुए कलेक्टर के पास पहुंची और शिकायत की। सपना ने बताया कि सास लीलाबाई के स्वामित्व का मकान सुदामा नगर में ही है।
जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर देवर जितेंद्र सास के साथ, मेरा परिवार फर्स्ट फ्लोर और एक अन्य देवर वीरेंद्र सेकेंड फ्लोर पर निवास करते हैं। मैं और परिजन बेटी की शादी की खरीदारी करने के लिए इंदौर गए थे। इसी दौरान देवर जितेंद्र और सास ने सीढ़ियों को तुड़वा दिया। इससे मेरे और देवर वीरेंद्र के बच्चे घर में ही फंस गए हैं। इस मामले में पुलिस से भी मदद मांगी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सरकारी पट्टे के मकान को तोड़कर अवैध निर्माण की शिकायत
इधर, कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला भोपाल के बड़वई में रहने वाले एक परिवार को लेकर जनसुनवाई में पहुंचे। कहा कि मांगीलाल भारती अपने परिवार के 12 सदस्यों के साथ मजदूरी कर जीवन-यापन करते हैं। एसडीएम बैरागढ़ ने भरी बरसात में उनके पट्टे के घर को अतिक्रमण बताकर उसको तोड़कर उनका सारा सामान रास्ते पर फेंक दिया। इसके बाद पास में ही स्थित प्राइवेट स्कूल संचालिका को वह जगह अपना प्राइवेट निर्माण के लिए सौंप दी। प्राइवेट स्कूल संचालिका ने रातोंरात उस पर पिलर खड़े कर दीवार बना ली। इस मामले में दो महीने पहले शिकायत की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए जनसुनवाई में पीड़ित परिवार के साथ पहुंचे।

कांग्रेस नेता शुक्ला ने जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी को दंडवत प्रणाम करके कहा कि क्या गरीब व्यक्ति की कोई सुनवाई नहीं होगी? यदि ऐसा नहीं होता है तो उग्र प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर संदीप सरवैया, विजेंद्र शुक्ला, अमित खत्री, मोहन सुड़ेले, अनीस शर्मा आदि मौजूद थे।