सकरे रास्तों से भारी वाहन निकलने पर लगता है जाम
शहर के अंदर सकरी सड़कों के साथ साथ बाहर के तंग रास्तों पर लोग रोजाना जाम से जूझते हैं। शहर से और त्योंदा रोड से आने वाले अधिकांश वाहन शहर से बाहर निकलने के लिए सिंधी कॉलोनी से होकर गुजरते हैं लेकिन यह रास्ता काफी सकरा है। इस वजह से जब भी भारी वाहन या बड़े वाहन निकलते हैं उस समय सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। रास्ते के मोड़ पर सड़क के चारों तरफ दुकानों के बाहर रखे सामान की वजह से इन बड़े वाहनों को मोड़ने में परेशानी होती है जिस वजह से जाम घंटो तक लगा रहता है। मालूम हो कि त्योंदा रोड पर रोजाना वाहनों का आवागमन काफी रहता है, क्योंकि त्योंदा क्षेत्र से आने वाले अधिकांश वाहन सिंधी कॉलोनी से होते हुए शहर से बाहर निकलते हैं। इस दौरान जाम भी लगता है। रविवार की दोपहर को एक टैंकर ने पचमा की ओर से शहर में प्रवेश किया और यह टैंकर मुड़कर त्योंदा की ओर जा रहा था लेकिन टैंकर को मुड़ने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिली। इसी बीच सामने से एक अन्य ट्रक आ गया और करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा। काफी देर बाद टैंकर के चालक ने टैंकर को बड़ी मुश्किल से निकाला, उसके बाद जाम खुल गया। हालाकि दोपहर तक यातायात पुलिस भी पहुंची लेकिन बड़े वाहन फस गए थे जिन्हें निकालने में आधे घंटे से ज्यादा का समय लग गया।
दुकानों के बाहर फैला अतिक्रमण
त्योंदा रोड पर कई दुकानें संचालित होती हैं लेकिन यह दुकानदार अपनी दुकान का सामान दुकान से काफी बाहर तक रख देते हैं। वही सिंधी कॉलोनी की ओर जाने वाले रास्ते के चारों और भी कई दुकानें संचालित होती हैं। दुकानों का सामान बाहर रखा होने की वजह से वाहनों को आने जाने में परेशानी होती है। इसी कारण जाम लग जाता है। जबकि नपा और यातायात पुलिस को इन दुकानदारों का अतिक्रमण हटवाने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
सिंधी कॉलोनी के रास्ते की हालत खराब
काफी सालों पहले शहर से बाहर जाने वाले रास्ते का निर्माण किया गया था। लेकिन इस रास्ते पर आवागमन अधिक होने की वजह से यह रास्ता इस समय काफी खराब हो गया है,हलत यहा है कि रास्ते में अधिकांश जगह पर गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं और रास्ते की चौड़ाई भी काफी कम है। इस वजह से वाहनों को आने जाने में परेशानी होती है।
जिन व्यापारियों का सामान दुकान के बाहर रखा रहता है कल उन सभी व्यापारियों को दुकान से बाहर सामान नहीं रखने की हिदायत दी जाएगी। जिससे की वाहनों के आने जाने में परेशानी न हो, जरूरी सेवा के भारी वाहनों का प्रवेश शहर में होता है।