होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने के फैसले पर लगी मुहर
भोपाल(राज्य ब्यूरो)। नर्मदा जयंती की पूर्व संख्या पर राज्य सरकार ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने के फैसले पर मुहर लगा दी है। राजस्व विभाग ने सोमवार को नाम परिवर्तन की अधिसूचना जारी कर दी है। अब होशंगाबाद को अधिकृत रूप से नर्मदापुरम कहा जा सकेगा। राजस्व रिकार्ड में भी शहर का नाम बदल दिया जाएगा। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को तीन फरवरी को मंजूरी दी थी।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2021 से गुलामी के प्रतीक नामों को बदलने का सिलसिला चल रहा है। भोपाल की हबीबगंज (रानी कमलापति) रेलवे स्टेशन के बाद सरकार ने मिंटो हाल का नाम बदलकर कुशाभाऊ ठाकरे हाल कर दिया है। होशंगाबाद का नाम बदलने की घोषणा भी वर्ष 2006 में सबसे पहले हुई थी।
तब से जिला प्रशासन और राज्य शासन के बीच लगातार पत्राचार हो रहा था। वर्ष 2021 में होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया था। जिस पर तीन फरवरी को सहमति मिली। केंद्र सरकार की सहमति के बाद राज्य सरकार ने विधिवत नाम परिवर्तित कर दिया है।
एसीएस ने किया डाक शाखा का आकस्मिक निरीक्षण
भोपाल(राज्य ब्यूरो)। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) विनोद कुमार ने सोमवार को मंत्रालय के पुराने भवन में संचालित डाक शाखा का आकस्मिक निरीक्षण किया। एसीएस ने दोपहर करीब 12 बजे मंत्रालय में गेट नंबर-एक से प्रवेश किया और भूतल पर ही संचालित डाक शाखा में कर्मचारियों से चर्चा की। उनसे व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा करने के बाद एसीएस अपने कक्ष में चले गए।
मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि एसीएस वल्लभ भवन के सामने स्थित पार्क का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने वहां वाटर फाउंटेन शुरू करने के निर्देश दिए। फिर हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम द्वारा संचालित मृगनयनी एंपोरियम के आउटलेट और दीदी कैफे का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभाग के उप सचिव डीके नागेन्द्र, मुख्य सुरक्षा अधिकारी विश्वास कुमार भटेले, राजधानी परियोजना प्रशासन, सामान्य प्रशासन, मंत्रालय सुरक्षा कार्यालय, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग-शाखाओं के अधिकारी उपस्थित थे।