कक्षा 8वीं 5वीं की परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थी 2 माह बाद फिर से दे सकेंगे परीक्षा
बच्चों में शैक्षणिक स्तर सुधारने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा लगातार कसावट की जा रही है। कक्षा 8 वीं 5 वीं परीक्षा बोर्ड पैटर्न में कराने का निर्णय लिया है। यह परीक्षा 1 अप्रैल से 9 अप्रैल तक आफलाइन होगी। जिला शिक्षा अधिकारी को परीक्षा का उत्तरदायित्व सौंपा है। प्रत्येक विषय 100 अंक के होंगे, जिसमें 60 अंक का लिखित प्रश्न पत्र और 40 अंक का प्रोजेक्ट वर्ग होगा। छात्रों को दोनों ही भागों में 33 प्रतिशत अंकों के साथ पृथक – पृथक उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। जो छात्र 33 प्रतिशत अंक नहीं लाएंगे, तो उन छात्रों की दो माह बाद फिर से परीक्षा कराई जाएगी। इसमें भी वे सफल नहीं हो पाए तो उन्हें उसी कक्षा में फिर से पढ़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बोर्ड परीक्षा के कारण इस बार अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों को अगली कक्षा में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इतना ही नहीं बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने बताया कि इस बार सरकारी स्कूलों में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न जैसी प्रणाली पर हो रही है, इसलिए सभी मूल्यांकन भी सख्त स्तर ही किया जाएगा। वहीं प्राइवेट स्कूलों में अध्ययनरत 5 वीं और 8 वीं के छात्र – छात्राओं लिए भी उपरोक्त आरटीई संसोधन अनुसार ही कार्रवाई लागू की गई है। प्राइवेट स्कूल संचालकों को रिजल्ट घोषित करने से पहले उसका अनुमोदन संबंधित क्षेत्र के संकुल प्राचार्य से करवाना अनिवार्य किया गया है। इन दिनों परीक्षा का माहौल है और सभी परीक्षा की तैयारियों में लगे हुए हैं।