जबलपुर के आर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में तो नहीं बनाए गए थे गुरुग्राम में मिले हैंड ग्रेनेड, जांच करने पहुंची टीम
हरियाणा के गुरुग्राम में एक बंद मकान में मिले जिंदा हैंड ग्रेनेड कहां बनाए गए थे, इसकी जांच की आंच जबलपुर तक पहुंच गई है। हरियाणा पुलिस की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को जबलपुर पहुंची। पुलिस ने आशंका जताई है कि हैंड ग्रेनेड का निर्माण आर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में किया गया था। खमरिया प्रशासन तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम मार्गदर्शन मांगने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। जहां अधिकारियों से मुलाकात कर टीम खमरिया फैक्ट्री के लिए रवाना हुई।
यह है मामला : जानकारी के अनुसार गुरुग्राम के सेक्टर-31 अंतर्गत मकान नंबर पी-12 में एक मार्च को कई जिंदा हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त बंद पड़े मकान में भारी मात्रा में गोला बारूद के अवैध भंडारण किया गया है। पुलिस टीम ने दबिश दी तो मकान के भीतर दो जिंदा हैंड ग्रेनेड, बड़ी संख्या में प्रैक्टिस बम और कारतसू आदि मिले थे। हैंड ग्रेनेड टायलेट में छिपाकर रखे गए थे। बम निरोधक दस्ते ने एक हैंड ग्रेनेड को डिफ्यूज कर दिया था। इस प्रक्रिया के दौरान धमाका भी हुआ था। जिसके बाद पतासाजी शुरू की गई कि हैंड ग्रेनेड का निर्माण किस आयुध निर्माणी में किया गया था। इधर, बताया जा रहा है कि जिस घर में आयुध सामग्री का भंडार मिला है वह लंबे समय से बंद था।
एक ग्रेनेड पर एम दूसरे पर आर लिखा : बताया जाता है कि पुलिस द्वारा जब्त एक ग्रेनेड पर ओएफएम 1963 तथा एम लिखा हुआ है। दूसरे ग्रेनेड पर ओएफएम 1963 तथा आर लिखा हुआ है। इसके साथ ही ग्रेनेड के ऊपर लाल घेरे में 64 बी/केएफ-63 अंकित है। हरियाणा पुलिस यह पता लगाने के लिए जबलपुर पहुंची है कि उक्त ग्रेनेड का निर्माण आयुध निर्माणी खमरिया में तो नहीं किया गया। यदि इनका निर्माण खमरिया में किया तो वे कब बनाए गए तथा बैच नंबर क्या है। संबंधित बैच नंबर के कितने हैंड ग्रेनेड बनाए गए थे तथा किस-किस फोर्स अथवा सेना तथा सरकारी सुरक्षा एजेंसी को आवंटित किए गए थे। साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि उक्त ग्रेनेड का निर्माण वर्तमान में हो रहा है अथवा नहीं।