नियमित योग और संतुलित आहार विद्यार्थियों को रखेगा तनाव व रोग मुक्त
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष बोर्ड परीक्षाएं लिए जाने की घोषणा से विद्यार्थियों के साथ उनके माता—पिता में भी तनाव है। परीक्षा के नाम से ही तनाव होना स्वाभाविक है। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार नियमित योग, ध्यान के साथ ही संतुलित आहार लेने से काफी हद तक तनाव को और सिर दर्द जैसी परेशानियों से विद्यार्थियों को बचाया जा सकता है।इसके लिए घर पर माता—पिता के साथ ही स्वयं विद्यार्थियों को भी इस ओर प्रयास करने की जरूरत है। परीक्षा के समय में ज्यादा कुछ नया करने की जरूरत नहीं है बस दिन में 15 मिनट का समय अपने लिए निकाल कर विद्यार्थी एकाग्रता, स्मरण शक्ति और तनाव से बच सकते हैं।योगाचार्य नवीन जैन ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए सूक्ष्म व्यायाम ही महत्वपूर्ण होते हैं। जिसमें हाथ—पैर के हल्के—फुल्के व्यायाम के साथ कम से कम 10 मिनट का ध्यान करने का प्रयास करें। ध्यान करने के लिए जरूरी है कि घर के एकदम शांत वातावरण में बैठें और हो सके तो ध्यान की धुन के साथ आंख बंद करके ध्यान लगाएं। ऐसा हर दिन नियमित करने से अवसाद, तनाव दूर होकर आंतरिक शक्ति प्राप्त होती है। जो एकाग्रता को बढाती है। साथ ही ध्यान करने से मन व मस्तिष्क शांत होता है तो पढा हुआ सरलता से समझ में भी आएगा और याद भी रहेगा।
आहार व पोषण विशेषज्ञ डा. राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने बताया कि परीक्षा के पहले के दिनों में विद्यार्थियों के साथ ही माता—पिता को भी सजग रहना चाहिए कि बच्चे बाहर का भोजन—पानी न लें। क्योंकि पेट संबंधी बीमारियों से लेकर संक्रामक परेशानियां सर्दी—जुकाम होने का बडा कारण बाहर का भोजन है। घर पर बना भोजन लें। कोशिश करें कि आहार में फलों, हरी सब्जियों का उपयोग और लिक्विड डायट को बढाएं।
इन बातों का रखें ध्यान—
— बाहर का भोजन न लें।
— दिन भर में करीब 12 से 15 गिलास पानी जरूर पिएं।
— ज्यादा तला—भुना न खाएं।
— फलों का उपयोग करें, जो शरीर में मिनरल्स की कमी को पूरा करेंगे साथ दिमाग में तरावट बनाए रखेंगे।