फर्जी आइडी बनाकर ट्रेनाें, प्लेटफार्म पर बेचते थे खान-पान सामग्री, 15 लाेगाें पर केस दर्ज
रेल पुलिस ईकाई के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनाें पर चलती ट्रेनाें एवं प्लेटफार्म पर सक्रिय अवैध वेंडराें के खिलाफ ताबड़ताेड़ कार्रवाई की है। उनके पास से फर्जी आइडी भी बरामद की गई हैं। रेलवे पुलिस ने भाेपाल में पांच, बीना में नौ एवं खंडवा में एक अवैध वेंडर की धरपकड़ की है। एसपी (रेल) हितेश चौधरी ने बताया कि रेल पुलिस ने अवैध वेंडरों को पकड़ने के लिए विशेष मुहिम शुरू की है। इसके तहत रेल इकाई भोपाल के तहत आने वाले 10 थाना- खंडवा, आमला, इटारसी, भोपाल, हबीबगंज, बीना, विदिशा, ग्वालियर बीजी, ग्वालियर एनजी व मुरैना थाना में करीब 1200 वेंडरों के पहचान पत्र चेक किए गए। जांच के दौरान भोपाल के पांच, बीना के नौ एवं खंडवा में एक वेंडर के पास अवैध पहचान पत्र मिला। फर्जी वेंडराें के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब इन वेंडरों को बिक्री के लिए सामान देने वाले ठेकेदारों से भी पूछताछ करेगी।
वैध वेंडरों पर सवा लाख की पैनाल्टी
जीआरपी ने इस दौरान रेलवे स्टेशनों पर काम कर रहे सभी वेंडरों को चेक किया। अधिकतर वेंडर अपनी जगह से दूसरी जगह सामान बेचते मिले। ऐसे वेंडरों के खिलाफ आरपीएफ ने एक लाख 20 हजार रुपए का जुर्माना वसूला। कई वेंडर ऐसे भी मिले, जिन्हें रेलवे स्टेशन में सामान बेचने की अनुमति मिली है, लेकिन वे ट्रेन के अंदर सामान बेचते पकड़े गए।
मेडिकल कराया, फीस नहीं जमा की
जीआरपी थाना भाेपाल के प्रभारी दिनेशसिंह चौहान ने बताया कि अवैध वेंडरों को लाइसेंस के लिए चिकित्सा जांच कराना पड़ती है। मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद फीस जमा होती है। इनमें से अधिकतर वेंडराें ने मेडिकल कराने के बाद फीस नहीं जमा की। फर्जी पहचान पत्र से वह स्टेशन, ट्रेन में सामान बेचते रहे। जब कभी पुलिस इनसे पूछताछ करती थी, तो अवैध कार्ड दिखाकर भाग जाते थे।
इन पर हुई कार्रवाई
जीआरपी भोपाल ने जयराम, जगदीश, अशोकसिंह, हेमराज कोरी, ब्रजेश चतुर्वेदी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
खंडवा जीआरपी ने विकास रायकवार पर कार्रवाई की है। इसी तरह जीआरपी थाना बीना में अभय अहिरवार, कल्याण राय, गेंदालाल, आकाश अहिरवार, विक्की् रैकवार, विकास राय, पवन, नरेंद्र कुमार, अरविंद के खिलाफ मामला दर्ज किया है।