मंडीदीप में नकली डीजल कारखाने का भंडाफोड़, 35 लाख का माल जब्त
राजधानी से सटी औद्योगिक नगरी मंडीदीप में प्रशासन को काफी समय से एक फार्म हाउस पर अवैध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे के आदेश पर एसडीएम आदित्य शर्मा एवं सतलापुर पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियो पर नजर रखी, तो यहां टैंकरो की आवक-जावक के साथ नकली डीजल के टैंकर नगर के पेट्रोल पम्पो सहित बाहर जा रहे थे। अधिकारियों ने छानबीन करने के बाद औचक निरीक्षण की रूपरेखा बनाकर गुरुवार को तीन विभागों ने संयुक्त कार्रवाई सुबह से शुरू की, जो शाम तक जारी रही। इस दौरान प्रशासन ने 35 लाख का माल जब्त करने की जानकारी दी है। जिसमें टैंकर में भरा 16 हजार लीटर एलडीओ तथा 2500 लीटर सफेद केरोसिन बरामद किया है। इसके साथ ही अनेक ड्रमों में डीजल भी भरा मिला। इस अवैध प्लांट में बड़ी मात्रा में केमिकल से भरी ड्रम पाई गई। हालाकि प्रशासन ने डामर प्लांट और केमिकल पर कोई कार्रवाई नही की। एसडीएम आदित्य शर्मा ने बताया की राजस्व पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नकली डीजल बनाने का कारखाना पकड़ा है, डीजल के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जा रहे हैं। वहां मिले दस्तावेजों के अनुसार लता नंदा, किरण नंदा, संजय नंदा एवं राजा मियां द्वारा यह कार्य कराया जा रहा था। यह कार्य आदिशी ओवरसीज के नाम से किया जा रहा था।
एक साल से चल रहा था अवैध प्लांटपुलिस के अनुसार प्लांट की सारी गतिविधियां कंपनी संचालक अपने मोबाइल पर लाइव देख रहे थे, पुलिस ने बाद में कैमरे बंद कराए और डीबीआर के साथ दो टैंकर जब्त कर लिए। जानकारों का कहना है कि डामर प्लांट और केमिकल की दो सौ लीटर वाली सौ से अधिक भरे ड्रमों को पुलिस प्रशासन ने नजरअंदाज कर दिया। जबकि बताया जाता है कि यह कार्य एक वर्ष से अधिक समय से किया जा रहा था। इस कार्रवाई के दौरान एसडीएम आदित्य शर्मा, एसडीओपी मलकीत सिंह, थाना प्राभारी मनोज सिंह, सतलापुर थाना प्रभारी विनोद परमार, वरिष्ठ खादय अधिकारी भानू प्रकाश शर्मा सहित बड़ी संख्या में संबधित अधिकारी मौजूद थे।