मप्र हाई कोर्ट ने तेंदूखेड़ा एसडीओपी के आदेश पर लगाई रोक
हाई कोर्ट ने अंतरिम आदेश के जरिये तेंदूखेड़ा एसडीओपी के आदेश पर रोक लगा दी। इसी के साथ केस डायरी व नोटिस का जवाब पेश करने चार सप्ताह का समय दे दिया। न्यायमूर्ति विशाल धगट की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान याचिकाकर्ता जबेरा, दमोह निवासी केशव प्रसाद शर्मा की ओर से अधिवक्ता नीलेश जैन ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि तुलाराम शर्मा नामक व्यक्ति ने याचिकाकर्ता सहित पूरे परिवार को फंसाने की मंशा से थाने में शिकायत की थी। दोनों के बीच जो विवाद हुआ था, उसमें मामूली चोटें आई थीं, इसके बावजूद हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करा दिया गया। लिहाजा, मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इस मामले में डाक्टर की रिपोर्ट फर्जी है, जिसे जांच के दायरे में लिया जाना चाहिए। एसडीओपी तेंदूखेड़ा ने मामूली विवाद के बावजूद हत्या के प्रयास की धारा बढ़ाकर पुन: चालान पेश करने का तरीका अपनाया है। इसलिए उनके आदेश पर रोक लगाई जानी चाहिए। हाई कोर्ट ने तर्क से सहमत होकर रोक लगा दी।
केंद्रीय जेल में बंदियों के हितार्थ विधिक साक्षरता शिविर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनीष सिंह ठाकुर व जिला विधिक सहायता अधिकारी मोहम्मद जिलानी की उपस्थिति में बसंत पंचमी के अवसर पर बंदियों के हितार्थ केन्द्रीय जेल जबलपुर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।शिविर में 72 विचाराधीन व दंडित बंदी शामिल हुए।शिविर का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं वंदना के साथ हुआ। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर द्वारा जबलपुर जेल की एतिहासिक पृष्ठभूमि से अवगत कराते हुए, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की स्मृति को संजोए हुए प्रांगण को आमजन के अवलोकन हेतु प्रत्येक शनिवार व रविवार प्रातः 10 बजे से दोपहर दो बजे तक खोले जाने के संबंध में जानकारी दी गई।
उन्होंने केन्द्रीय जेल जबलपुर में मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय के शिक्षण केन्द्र की स्थापना की जानकारी भी दी। साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सतत लगाए जा रहे शिविरों हेतु प्राधिकरण सचिव के प्रति आभार प्रदर्शित किया गया। जिला विधिक सहायता अधिकारी मोहम्मद जिलानी द्वारा शिविर के आयोजन का महत्व व निश्शुल्क विधिक सहायता संबंधी जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्राधिकरण के सचिव मनीष सिंह ठाकुर द्वारा अपने उद्बोधन की शुरूआत मां सरस्वती के श्लोक के साथ की गई व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बंदियों हेतु किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी जाकर जेलों में बंदियों की शिक्षा हेतु किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की गई। शिविर के समापन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने बंदियों की समस्याएं भी सुनी।शिविर में मंच का संचालन सहायक जेल अधीक्षक राकेश मोहन उपाध्याय द्वारा किया गया। शिविर का आयोजन लेखापाल राहुल चौरसिया व प्रहरी अरविंद निवारे तथा जेल पैरालीगल वालेंटियर्स की उपस्थिति व सहयोग में सम्पन्न हुआ। आभार प्रदर्शन उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश द्वारा किया गया।