सार्वजनिक तालाब के लिए किसान ने दे दी जमीन
मोहखेड़। केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार खेती को लाभ धंधा बनाने को लेकर विभिन्ना प्रयास कर रही है, लेकिन आज भी कुछ ऐसी आदिवासी गांव के किसान खेती में घाटे का सौदा कर रहे हैं। जिसका कारण सिंचाई के पानी न होना है। कुछ ऐसा ही मामला विकासखंड मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर लोंहांगी आदिवासी गांव का है जहां पर किसानों के लिए सिंचाई का कोई साधन नहीं है। ऐसे में गांव के किसान ने अपनी जमीन दान देकर सार्वजनिक तलाब निर्माण की मांग की है। जिससे हर किसान को फसलों की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके। गांव के रहने एक बुजुर्ग किसान देवराव पवार ने विगत दिनों अपनी निजी दो एकड़ जमीन की रजिस्ट्री लोहांगी पंचायत को कर दी। बता दें कि गांव से लगे आमानाला में सार्वजनिक तलाब बनने से करीबन 100 किसानों को इसका लाभ मिलेगा। बुजुर्ग किसान के अलावा अन्य किसानों ने अपनी निजी जमीन देने की बात कही है।
केंद्रीय मंत्री के सामने भी रखी बात
गांव में शासकीय जमीन के अभाव के चलते किसानों ने सार्वजनिक तलाब निर्माण को लेकर दान दी गई जमीन पर तलाब निर्माण की स्वीकृति दिलाए जाने की बात केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के समक्ष पंचायत में रखी। वहीं उक्त समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री पटेल ने भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू से कलेक्टर से बात कर उक्त समस्या को हल करवाने की बात कही। भले ही गांव के एक बुजुर्ग किसान ने अपनी जमीन की रजिस्ट्री तलाब निर्माण के लिए पंचायत को कर दी है। वहीं अन्य किसान भी अपनी जमीन दान में देने की बात कह रहे हैं, लेकिन ये प्रक्रिया कब और कैसे पूरी होगी ये देखने वाली बात होगी।