लड़की की आवाज में बातकर रेलकर्मी से 20 लाख ठगे:मैजिक-वूमेन-ऐप से करते थे बात, रायगढ़ के शातिरों ने सुसाइड की धमकी देकर की वसूली
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रायगढ़ के 3 शातिर ठगों ने रेलवे कर्मचारी से 20 लाख की ठगी की है। आरोपियों ने फेसबुक पर लड़की के नाम पर फेक आईडी बनाई। चैट कर रेल कर्मचारी को झांसे में लिया। मैजिक वूमेन ऐप के जरिए लड़की की आवाज में बात कर अलग-अलग बहानों से पैसों की डिमांड की।
एडिशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम पाली में रहने वाले मुरली प्रसाद पटेल रेलवे में पदस्थ हैं। वो रेलवे क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालय के पास रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके फेसबुक पर एक लड़की के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आया, जिसके बाद वो कुछ दिन चैटिंग कर उससे बातचीत करते रहे।
लड़की समझकर की बात, लुटाते रहे पैसे
इस दौरान रेलकर्मी ने कथित लड़की से फोन पर भी बात करते रहे। इस दौरान कथित लड़की उससे अलग-अलग बहानों से पैसों की डिमांड करती रही। वहीं, रेलकर्मी भी लड़की समझकर उसके बताए गए अकाउंट और फोन-पे पर पैसे जमा कराते रहा।
पुलिस की जांच में सामने आया जालसाजों का कारनामा
पुलिस ने जब केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की, तब पता चला कि आरोपी रायगढ़ के रहने वाले हैं। इसके आधार पर पुलिस की टीम ने रायगढ़ में दबिश देकर प्रीतम महंत (26) निवासी ग्राम जकेला, कामेश साव (24) निवासी कोडातराई और जकेला निवासी हेमसागर पटेल को गिरफ्तार कर लिया।
लड़की की आवाज के लिए वूमेन मैजिक ऐप का किया इस्तेमाल
सिटी कोतवाली सीएसपी अक्षय सबद्रा ने बताया कि एक हजार रुपए में वूमेन मैजिक ऐप डाउनलोड किया था। इसमें उनकी आवाज लड़कियों की तरह हो जाती थी। ज्यादा रुपए ऐंठने के लिए वे लोगों को रायगढ़ बुलाकर नाबालिग लड़की से भी मिलाते थे। इस दौरान पैसे मंगाने के लिए दूसरे के अकाउंट और फर्जी सिम का उपयोग करते थे।
ठगी की रकम से खरीदे मोबाइल, जेवर और एसी
पुलिस की टीम ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि युवकों ने ठगी की रकम से मोबाइल, सोने-चांदी के जेवर, एसी और अन्य सामान खरीद लिए थे। इसके अलावा उन्होंने ठगी की रकम को खाने-पीने में उड़ा दिए।
पुलिस ने आरोपी युवकों के कब्जे से करीब दो लाख 60 हजार कैश के साथ ही मोबाइल, लैपटॉप, एसी, वाशिंग मशीन, सोने की अंगूठी, चांदी की चेन, ब्रेसलेट बरामद किया है।
11 लोगों से कर रहे थे बात, हो रही पूछताछ
पुलिस की टीम ने आरोपियों के मोबाइल की जांच की है। इसमें पता चला है कि आरोपित युवक 11 लोगों से मोबाइल पर बातचीत करते थे। फिलहाल उनसे रुपए के लेनदेन की जानकारी नहीं मिली है। पुलिस की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इसमें और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं। इसके अलावा आरोपियों के बैंक खातों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।