भोपाल की क्राइम ब्रांच ने 3 जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने भोपाल के एक व्यक्ति को एनजीओ में डोनेशन दिलाने के नाम पर ठगा था। जालसाजों ने सारी रकम ऑनलाइन अपने खातों में ट्रांसफर कराई थी। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच शेलेंद्र सिंह चौहान ने बताया
एनजीओ में डोनेशन दिलाने के नाम पर ज्ञात-अज्ञात लोगों ने 18 लाख की ठगी की थी। इसकी शिकायत भोपाल के एक व्यक्ति ने दर्ज कराई थी। ठगी की राशि मिलने के बाद आरोपियों ने मोबाइल फोन बंद कर लिया था।
एडिशनल डीसीपी ने बताया- जांच में खुलासा हुआ कि थाना-खजराना में रहने वाले एक व्यक्ति ठगी का मास्टरमाइंड है। तब इंदौर से आरोपी राकेश यादव को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर होशंगाबाद से अन्य 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद कर लिया है।

2 आरोपी इंदौर के, एक बाबई का निवासी
- राकेश यादव (51) बीए ग्रेजुएट है। वह इंदौर के गणराज नगर, बंगाली चौराहा पर रहता है। एक आर्ट गैलेरी का संचालन करता है। आरोपी एनजीओ से संपर्क कर गिरोह के साथ मिलकर ठगी करता था।
- दिलीप सुजाने (29) बी.कॉम ग्रेजुएट है। इंदौर के किशनगंज भाटखेड़ी थाना अंतर्गत लुनावत कॉसमोस का निवासी है। प्राईवेट जॉब कर रहा है। ठगी के लिए ग्राहक तलाश कर राकेश तक पहुंचाता था। ठगी की रकम से उसे 30 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता था।
- अजय यादव भी बी.कॉम ग्रेजुएट है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। नर्मदापुरम के बाबई थाना अंतर्गत ग्राम बिकोरी तमचूरु का निवासी है। गिरोह का सक्रिय सदस्य है।